धर्मक्षेत्र
सावन माह में धारण करें रुद्राक्ष, इस महीने का रुद्राभिषेक बेहद शुभ
सावन माह में धारण करें रुद्राक्ष, इस महीने का रुद्राभिषेक बेहद शुभ
सीएन, हरिद्वार। सावन माह भगवान शिव को समर्पित है और रुद्राक्ष का सीधा संबंध बाबा भोलेनाथ से माना जाता है। मान्यता है कि रुद्राक्ष भगवान शिव के अश्रु से उत्पन्न हुए हैं। रुद्राक्ष पहनने के ज्योतिष शास्त्र में कई लाभ बताए गए हैं। रुद्राक्ष पहनने से भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। रुद्राक्ष पहनते समय ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए। रुद्राक्ष को भगवान शिव का आंसू माना जाता है और ये बेहद पवित्र होते हैं। रुद्राक्ष को धारण करते समय कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए। रुद्राक्ष को कभी भी अशुद्ध हाथों से स्पर्श नहीं करना चाहिए। इसे हमेशा ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप करते हुए धारण करना चाहिए। रुद्राक्ष को हमेशा विषम संख्या में धारण करना चाहिए लेकिन रुद्राक्ष की माला कभी भी 27 से कम की नहीं बनाना चाहिए। इससे शिव दोष लगने का खतरा होता है। मांसाहार करने वालों को रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए। रुद्राक्ष धारण करने से कई लाभ होते हैं। इससे मन हमेशा शांत रहता है और एकाग्रता में वृद्धि होती है। रुद्राक्ष धारण करने से नकारात्मकता दूर होती है और शरीर, मन और आत्मा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। रुद्राक्ष धारण करने से ग्रहों के हानिकारक प्रभावों से भी मुक्ति मिलती है। इससे भाग्योदय संभव होता है और समस्याओं और संकटों से मुक्ति मिलती है। कुछ स्थिति मे रुद्राक्ष धारण करना वर्जित माना जाता है। गर्भवती महिला को बच्चे के जन्म के बाद सूतक काल समाप्त होने तक रुद्राक्ष उतार देना चाहिए। नवजात शिशु और उसकी मां के पास रुद्राक्ष धारण कर नहीं जाना चाहिए। मांसाहार करने वालों को रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए। इससे रुद्राक्ष अशुद्ध हो जाता हैए जिसके कारण भविष्य में कष्ट उठाने पड़ते हैं। सोते समय रुद्राक्ष को उतार देना चाहिए। रुद्राक्ष की माला को तकिए के नीचे रखने बुरे सपने नहीं आते है।
इस महीने का रुद्राभिषेक बेहद शुभ
सावन में श्रवण नक्षत्र पूर्णिमा के दिन पड़ता है। सावन के महीने में श्रावणी उपाकर्म किया जाता है जिसे रक्षाबंधन के नाम से जाना जाता है। इस वजह से सावन का पूरा महीना भगवान शिव को समर्पित है लेकिन सावन के महीने में शिव वास देख ले तो सोने पे सुहागा माना जाता है। शिव का वास 3 स्थानों में होता है, तो वह शिव वास काफी अच्छा माना जाता है। अगस्त के महीने में शिव वास 1, 2, 3, 6, 9, 10, 13, 16, 17 और 18 तारीख को है। इन तारीखों में भगवान शिव का अभिषेक करने पर भगवान रुद्र सारी खुशियां देते हैं। अग्निवास के दिन साधना करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती है। शादी करना चाहते हैं शादी नहीं हो रही है। भगवान रुद्र की उपासना करेंगे तो आपकी शादी नहीं हो रही हो तो आपकी शादी हो जाएगी। आप किसी मुकदमे में फंस गए हो फाइनेंशियल कोई परेशानी है कारोबार में कोई दिक्कत हो ग्रह दोष के साथ ही किसी प्रकार के परेशानी हो तो उस सब का निदान होगा, जिसमें शिव वास के साथ ही अग्निदेव भी है।