धर्मक्षेत्र
आ रही हैं अड़चन तो देवउठनी एकादशी पर करें उपाय, आज 11 नवंबर की शाम 6.46 मिनट पर होगी शुरुआत
आ रही हैं अड़चन तो देवउठनी एकादशी पर करें उपाय, आज 11 नवंबर की शाम 6.46 मिनट पर होगी शुरुआत
सीएन, हरिद्वार। हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव उठनी एकादशी का पर्व मनाया जाता है, जिसे प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है। इस साल देवउठनी एकादशी 12 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और सभी शुभ कार्यों का आरंभ होता है। देवउठनी एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है क्योंकि इसे शुभ कार्यों की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन को हिन्दू धर्म में बहुत पवित्र माना गया है। जिन लोगों के शादी के योग नहीं बन रहे वह इस दिन कुछ सरल उपाय कर सकते हैं, जिससे उनके शीघ्र विवाह के योग बनने लगेंगे। देव उठनी एकादशी हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। दरअसल इसी दिन देव योग निद्रा से जागते हैं और यहीं से शुभ कार्यों की शुरुआत होती है। इसे देवोत्थान एकादशी भी कहते हैं। इस वर्ष शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 11 नवंबर की शाम 6.46 मिनट पर होगी। वहीं इस तिथि की समाप्ति अगले दिन यानी 12 नवंबर को 4.14 मिनट पर होगी। ऐसे में उदयातिथि को देखते हुए इस साल देवउठनी एकादशी का व्रत 12 नवंबर को ही रखा जाएगा। माना जाता है कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष में आने वाली देवउठनी एकादशी के दिन माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु को कुछ आसान उपायों और पूजा.पाठ से प्रसन्न किया जा सकता है। देवउठनी एकादशी उन लोगों के लिए भी शुभ मानी जाती है जिनके विवाह में कोई न कोई अड़चन आ रही है। इस दिन लड़के या लड़की कुछ सरल उपाय कर सकते हैं जिनसे उनके विवाह में आ रही बाधाएं दूर हो पाएं। यदि किसी लड़के या लड़की के विवाह की बात बार.बार खराब हो जाती है तो ऐसे लोग देव उठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करें। सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद विष्णु जी की पूजा करते समय उन्हें केसर और हल्दी या पीले चंदन से तिलक लगाएं। अब पीले फूल अर्पित करें। इसके बाद भगवान के सामने हाथ जोड़कर प्रार्थना करें। इस उपाय को करने से शीघ्र विवाह के योग बनने लगते हैं। देव उठनी एकादशी के दिन तुलसी विवाह करवाना शुभ माना गया है। इस दिन कच्चे दूध में गन्ने का रस मिलाकर तुलसी के पौधे में अर्पित करें। अब पौधे के सामने देसी घी के 5 दीपक जलाएं और आरती करें। इस उपाय को करने से शादी में आ रही रुकावटें दूर होती हैं और विवाह के योग बनेंगे।