धर्मक्षेत्र
महाष्टमी: लाल रंग की चुनरी में एक सिक्का और बताशा रखकर मां महागौरी
महाष्टमी: लाल रंग की चुनरी में एक सिक्का और बताशा रखकर मां महागौरी
को अर्पित करें
पंडित कल्कि राम, अयोध्या। पूरे देश में मां आदिशक्ति की उपासना का पर्व चल रहा है। धूमधाम से सनातन धर्म को मानने वाले लोग नवरात्रि का पर्व मना रहे हैं। नवरात्रि के आठवें दिन माता जगत जननी जगदंबे के आठवे स्वरूप मां महागौरी की पूजा आराधना करने का विधान है। जिसे दुर्गा अष्टमी अथवा महाअष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर अगर सच्चे मन से मां महागौरी की पूजा आराधना की जाए तो सभी प्रकार की मनोकामना पूरी होती है। कहा जाता है कि इस दिन जप.अनुष्ठान अथवा पूजा.पाठ करने से अनंत फल की प्राप्ति होती है। मां महागौरी को ममता की मूरत भी कहा जाता हैण् माता रानी के इस स्वरूप की पूजा आराधना करने से सभी बिगड़े कार्य संपन्न हो जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर आप जीवन में तरक्की पाना चाहते हैं जीवन में धन की प्राप्ति करना चाहते हैं तो फिर इस दिन कुछ खास उपाय करने से माता रानी की कृपा बनी रहती है।
नवरात्रि की अष्टमी तिथि है खास
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि नवरात्रि की अष्टमी तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप की पूजा आराधना की जाती है। इस दिन कुछ खास उपाय करने से जीवन में आ रही तमाम परेशानियां दूर हो सकती है। कहा जाता है माता का आठवां रूप ममता की मूरत होती है।
महाअष्टमी के दिन करें ये उपाय
अगर आप महाष्टमी के दिन मां दुर्गा को लौंग और लाल फूल अर्पित करते हैं तो माता रानी जल्द प्रसन्न होती है। ऐसा करने से जीवन में आए सभी प्रकार के कष्ट दूर होते हैं, सभी मनोकामना भी पूरी होती है। शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि के दिन मां महागौरी को लाल रंग की चुनरी में एक सिक्का और बताशा रखकर उन्हें अर्पित करना चाहिए। कहा जाता है ऐसा करने से माता रानी की कृपा प्राप्त होती है और सभी बिगड़े कार्य पूरे होने लगते हैं। इसके साथ ही नवरात्रि की अष्टमी तिथि के दिन कन्या पूजन करने का भी विधान है। इस दिन नौ कन्याओं को उनके मनपसंद भोजन करना चाहिए। जिसमें सात्विक भोजन होना चाहिए। भोजन करने के बाद 9 कन्याओं को लाल चुनरी भेंट करना चाहिए। ऐसा करने से माता रानी की कृपा आप पर बनी रहेगी। इसके साथ ही नवरात्रि के महाष्टमी तिथि के दिन तुलसी के पौधे के पास 9 दीपक जलाना चाहिए। इसके बाद उस पौधे की परिक्रमा करनी चाहिए। ज्योतिष गणना के मुताबिक ऐसा करने से घर से सभी प्रकार के रोग.दोष का नाश होता है।