धर्मक्षेत्र
सत्संग से ही नारी जाति का विकास संभव : बहन इंद्रा
सीएन, हल्द्वानी। हल्दूचौड शिवा बैकट हाल मे जोन स्तरीय महिला संत समागम का आयोजन बहन इंद्रा नकोटी की अध्यक्षता में आयोजित किया। ग्राम प्रधान संगठन की अध्यक्षता बहन रुक्मणी नेगी ने दीप प्रज्वलित कर सत्संग का शुभारंभ किया। बहन इंद्रा ने कहा कि सच्चे संत किसी की नुक्ता चीनी नहीं करते, निंदा नहीं करते न हीं किसी को नुकसान पहुंचाते है। बहनों को निरंतर सत्संग करते रहना है जैसे केवल दर्पण में हमें अपनी आंखें दिखाई देती हैं इस प्रकार सत्संग करने से हमें अपनी कमियां दिखाई देती हैं हमें अपनी कमियों को दूर करके अपना कल्याण करना चाहिए आज की नारी अपने घर परिवार के साथ कार्यालय व व्यवसाय में भी अपना योगदान दे रही हैं उन्हें अगर सत्संग से जोड़ दिया जाए तो ब्रह्म ज्ञान द्वारा इसमें बहुत बदलाव आ सकता है। आज निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की कृपा से निरंकारी सत्संग द्वारा नारी का जीवन ऊंचा हो रहा है। सबसे पहले हम अच्छे इंसान बनें । इंसानियत मिलवर्तन वाले गुणों को अपनायें दूसरों को सम्मान वह इज्जत देना सीखें क्योंकि हमें इज्जत तभी मिलेगी। जब हम दूसरों को इज्जत देंगे इसी तरह से हम सद्गुरु के वचनों को जीवन में ढालें और प्यार से अपनी जीवन की यात्रा को तय करें और सुखमय जीवन जिये। अंत उन्होंने कहा की संत निरंकारी मिशन कोई धर्म संप्रदाय नहीं बल्कि एक शुद्ध आध्यात्मिक विचारधारा है इसका मात्र उद्देश्य एक निराकार प्रभु की जानकारी कर विश्व बंधुत्व की स्थापना करना है। जिस प्रकार ऋषि मुनियों ने बताया है और वेद पुराणों में लिखा है कि जहां नारी की पूजा होती है वहां देवताओं का वास होता है उसी प्रकार नारी भी एक सभ्य समाज का आईना होती है। आज सतगुरु माता सुदीक्षा जी की कृपा से समाज की नारी में सत्कार, संस्कार, सदभाव और सहनशीलता जैसे गुणों का विकास हो रहा है और इसी राह पर अग्रसर होने व महिलाओं का इन सद्गुणों के प्रति जागृत करने हेतु सतगुरु माता सुदीक्षा जी की कृपा से महिला समागम का आयोजन किया जा रहा है
