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धर्मक्षेत्र

आस्था के द्वार बंद : अब 6 महीनों तक मायके मुखीमठ में होंगे मां गंगा जी के शीतकालीन दर्शन

सीएन, उत्तरकाशी। समुद्रतल से 3140 मीटर की ऊंचाई पर स्थित माँ गँगा जी के आस्था विश्वास के धाम गंगोत्री के कपाट आज 14 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 1 मिनट पर विधिविधान मंत्रोच्चार के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गये। आज मंगलवार को गंगा जी की उत्सव डोली भोगमूर्ति के साथ गंगोत्री से चलकर  मुखवा गँगा मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी। 15 नवंबर को माँ गंगा जी की भोग मूर्ति मुखबा स्थित गँगा मंदिर में स्थापित की जाएगी। आज माँ गंगा जी का अभिषेक करने के साथ ही गंगालहरी, गंगा सहस्त्रनाम का पाठ किया गया। 

गंगोत्री मंदिर में श्रद्धालुओं ने अखंड ज्योति के दर्शन किए

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माँ गँगा जी की उत्सव डोली को भारतीय सेना के सेना बैंड तथा स्थानीय ढोल-दमाऊं की अगुआई में हज़ारों संख्या में श्रद्धालुओं ने इस धार्मिक यात्रा में हिस्सा लिया।।  आज भैरोंघाटी होते हुए रात्रि विश्राम के लिए माँ गँगा जी व चंडी देवी मंदिर पहुंचेगी।  जहां सभी पुरोहित आज रात्रि विश्राम करेंगे। जबकि इसके बाद बुधवार सुबह गंगा जी की उत्सव डोली मुखबा गांव जायेगी।  27 अक्टूबर को माँ गँगा जी उत्सव डोली मुखवा गांव के गँगा मंदिर पहुंचेगी। जहां माँ गँगा जी की भोग मूर्ति को स्थापित किया जाएगा। आने वाले शीतकालीन छः महीनो तक यहीं माँ गँगा जी के दर्शन होंगे।

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