आपदा
उत्तराखंड में भूकंप से डोली धरती, झटकों से लोग दहशत में
उत्तराखंड में भूकंप से डोली धरती, झटकों से लोग दहशत में
सीएन, चमोली। उत्तराखंड में लगातार हल्के भूकंप के झटके आने का सिलसिला जारी है। शनिवार को एक बार फिर चमोली में भूकंप के झटके महसूस किए गए है। बताया जा रहा है कि यहां आज सुबह 10.37 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिससे लोग घरों से बाहर निकल गए। इन झटकों से लोग दहशत में है। मिली जानकारी के अनुसार चमोली में भूकंप के झटकों से धरती डोली है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप की तीव्रता 2.8 मैग्नीट्यूड दर्ज की गई है। मिली जानकारी के अनुसार चमोली में भूकंप के झटकों से धरती डोली है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप की तीव्रता 2.8 मैग्नीट्यूड दर्ज की गई है। वहीं भूकंप का केंद्र भूकंप पृथ्वी की सतह से करीब 10 किलोमीटर गहराई पर दर्ज किया गया है। जिससे लोगों में दहशत का माहौल है हालांकि भूकंप से कहीं से भी किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं हैमिली जानकारी के अनुसार चमोली में भूकंप के झटकों से धरती डोली है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप की तीव्रता 2.8 मैग्नीट्यूड दर्ज की गई है। वहीं भूकंप का केंद्र भूकंप पृथ्वी की सतह से करीब 10 किलोमीटर गहराई पर दर्ज किया गया है। जिससे लोगों में दहशत का माहौल है हालांकि भूकंप से कहीं से भी किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं हैमिली जानकारी के अनुसार चमोली में भूकंप के झटकों से धरती डोली है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप की तीव्रता 2.8 मैग्नीट्यूड दर्ज की गई है। वहीं भूकंप का केंद्र भूकंप पृथ्वी की सतह से करीब 10 किलोमीटर गहराई पर दर्ज किया गया है। जिससे लोगों में दहशत का माहौल है हालांकि भूकंप से कहीं से भी किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। वहीं भूकंप का केंद्र भूकंप पृथ्वी की सतह से करीब 10 किलोमीटर गहराई पर दर्ज किया गया है। जिससे लोगों में दहशत का माहौल है हालांकि भूकंप से कहीं से भी किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। गौरतलब है कि चमोली में पहले भी कई बार भूकंप आ चुका है। उत्तराखंड के ज्यादातर इलाके भूकंप के लिहाज से जोन चार और पांच में हैं। उत्तरकाशी और चमोली में दो बड़े भूकंप आ चुके हैं। उत्तरकाशी में 20 अक्टूबर 1991 को 6.5 तीव्रता का भूकंप आया था। उस समय सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद 29 मार्च 1999 को चमोली में दूसरा बड़ा भूकंप आया था। इस भूकंप हादसे में 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी।