आपदा
उत्तराखंड : धराली में एक शव बरामद, डेढ़ दर्जन सेना के जवान सहित 50 लोग अभी लापता
सीएन, उत्तरकाशी। उत्तराखंड के धराली में बादल फटने की घटना के बाद से राहत और बचाव कार्य जारी है. इसमें पुलिस, प्रशासन, एनडीआरएफ़, एसडीआरएफ़, आईटीबीपी और सेना की टीमें शामिल हैं. आपदा कंट्रोल रूम से भी स्थिति की निरंतर निगरानी की जा रही है. धराली में अब तक एक शव बरामद किया जा चुका है. जबकि 50 लोग अभी लापता हैं. इनमें डेढ़ दर्जन सेना के जवान भी शामिल हैं.14 राजपूताना राइफ़ल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल हर्षवर्धन ने लोगों को आश्वस्त किया है कि सेना सभी लोगों के बचाव के प्रयास लगातार जारी रखेगी. कर्नल हर्षवर्धन मंगलवार, 5 अगस्त की दोपहर से 150 जवानों के साथ राहत और बचाव अभियानों का नेतृत्व कर रहे हैं. कर्नल हर्षवर्धन के मुताबिक़, “राहत कार्यों को तेज़ करने के लिए अतिरिक्त सेना की टुकड़ियां, सेना के ट्रैकर डॉग्स, ड्रोन, और मलबा हटाने वाले उपकरण आदि को आगे भेजा गया है. ज़रूरी आपूर्ति, दवाइयों और फंसे हुए लोगों की निकासी के लिए सेना और वायुसेना के हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. लगातार हो रही बारिश के कारण जल स्तर बढ़ने के मद्देनज़र स्थानीय निवासियों को सुरक्षित ऊंचे स्थानों पर पहुंचाया गया है.” उत्तरकाशी ज़िले के धराली में मंगलवार को बादल फटने की घटना हुई थी. हर्षिल क्षेत्र में खीर गंगा गदेरे (गहरी खाई या नाला) का जलस्तर अचानक बढ़ने से धराली गांव में भारी नुक़सान हुआ है. उत्तरकाशी के ज़िलाधिकारी प्रशांत आर्य ने मीडिया को बताया कि अब तक की जानकारी के अनुसार चार लोगों की मौत हुई है और कुछ संपत्तियों के नुक़सान की भी सूचना मिली है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक़, “घटना में 40 से 50 घर बह गए हैं और 50 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं.”इस घटना में भारतीय सेना के नौ जवान भी लापता हैं. भारतीय सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने बताया, 14 राजपूताना राइफ़ल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल हर्षवर्धन 150 जवानों के साथ राहत और बचाव कार्यों का नेतृत्व कर रहे हैं. हालांकि कर्नल हर्षवर्धन की यूनिट भी भारी बारिश से प्रभावित हुई है और उनके नौ जवान अब भी लापता हैं. भारतीय सेना के ये जवान उस समय लापता हुए थे जब सेना के हर्षिल स्थित कैंप में पानी घुसा था. उन्होंने बताया कि कैंप में पानी घुसने के बाद कुल 11 सैनिक लापता हो गए थे लेकिन बाद में दो जवान सुरक्षित मिल गए. बाक़ी के नौ जवान अभी भी लापता हैं. इनकी तलाश जारी है. इस बीच धराली के स्थानीय लोगों का दावा है कि तबाही का स्तर बेहद बड़ा है और इससे जान-माल का व्यापक नुक़सान हुआ है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर पोस्ट कर इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि वो वरिष्ठ अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं और स्थिति पर गहन निगरानी रखी जा रही है.
