आपदा
रेस्क्यू को एसडीआरएफ द्वारा किया जा रहा है ड्रोन का उपयोग, कांग्रेस की यात्रा स्थगित
रेस्क्यू को एसडीआरएफ द्वारा किया जा रहा है ड्रोन का उपयोग, कांग्रेस की यात्रा स्थगित
सीएन, रूद्रप्रयाग। सोनप्रयाग गौरीकुंड पहाड़ी मार्ग में अचानक मलबा और बोल्डर गिरने से, रेस्क्यू हेतु उपयोग किए जा रहे 02 किलोमीटर लंबे वैकल्पिक मार्ग को क्षति पहुंची है। इस विषम परिस्थिति में मौके पर पहुंचे एसडीआरएफ के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने ड्रोन के माध्यम से आगे की कार्य योजना तैयार की। एसडीआरएफ की टीमों को सोनप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग में यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए निर्देशित किया गया। ड्रोन की सहायता से कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने टीमों को नई कार्य योजना से अवगत कराया जिससे रेस्क्यू अभियान को और अधिक प्रभावी तरीके से चलाया जा सके। मणिकांत मिश्रा ने अगस्त्य मुनि और रतूड़ा से मौके पर पहुंची 02 बैकअप टीमों को तुरंत सर्च और रेस्क्यू अभियान तेज करने के आदेश दिए। लिचोली और श्री केदारनाथ के हेलीपैड पर तैनात 4 एसडीआरएफ टीमों को यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कमांडेंट श्री मणिकांत मिश्रा के अनुसार एसडीआरएफ की टीमों ने अब तक दो किलोमीटर लंबे पहाड़ी मार्ग से 2300 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया है जबकि एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस के द्वारा 737 लोगों को हेली से रेस्क्यू किया जा चुका है। शेष यात्रियों को सुरक्षित लिनचोली और श्री केदारनाथ हेलीपैड पर पहुंचाया जा रहा है। इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में, एसडीआरएफ की टीमों ने अपनी समर्पण और कठिन परिश्रम से रेस्क्यू अभियान को कर रही है। इधर केदारनाथ घाटी में लगातार आपदा के हालात बनने से उत्तराखंड कांग्रेस ने अपनी केदारनाथ तक जाने की यात्रा स्थगित कर दी है। कांग्रेस अध्यक्ष करण महरा ने इसकी पुष्टि की है। करण महरा के अनुसार केदारनाथ जाने के लिए कई रास्ते भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं। 2 दिन पहले गौरीकुंड के पास सड़क गायब हैं, वही आज भी भूसखलन हुआ है। जिसके चलते यात्रा जारी रखना अभी संभव नहीं हैं। करन महरा के अनुसार जब रास्ता ठीक होगा तो कांग्रेस फिर अपनी यात्रा को शुरू करेंगी और केदारनाथ जाएगी।