आपदा
केदारनाथ में बादल फटने से छह श्रद्धालु मारे गए, मौके पर सीएम पहुंचे
केदारनाथ में बादल फटने से छह श्रद्धालु मारे गए, मौके पर सीएम पहुंचे
सीएन, देहरादून। यूपी और उत्तराखंड में एक बार फिर मानसून लौट आया है। बुधवार रात को यूपी के कई जिलों में भारी बारिश के चलते सैकड़ों गांव बह गए। वहीं उत्तराखंड में बादल फटने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। उत्तराखंड में केदारनाथ में बादल फटने से कई नदियां उफान पर हैं। इससे कई घर और कारें नदी में बह गईं। उत्तराखंड के चार जिलों में स्कूल बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। उत्तराखंड में फिर तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। केदारनाथ में बुधवार रात को लिंचोली, महाबलि समेत तीन जगहों पर बादल फटा है। इसमें नौ लोगों की मौत हो गई। इसमें सूत्रों का कहना है कि छह श्रद्धालु केदारनाथ में मलबे में दबकर मारे गए। केदारनाथ घाटी में फंसे 150 से 200 श्रद्धालुओं को बचाने का प्रयास हो रहा है। टिहरी में भी बादल फटने से दो लोगों की मौत हुई है। पूरे उत्तराखंड में नौ लोगों की मौत हो चुकी है। सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी का अचानक जलस्तर बढ़ गया है। उफनती नदी के बीच रुद्रप्रयाग में पार्किंग एरिया खाली करा लिया गया है। रुद्रप्रयाग सोनप्रयाग मार्ग मलबा आने से पूरी तरह बंद हो गया है। अल्मोड़ा जिले में भी सैलाब सड़कों पर मलबे के सात आ गया है। सोनप्रयाग और गौरीकुंड में कुछ वाहनों के नदी में बहने की भी खबर है। गंगोत्री नेशनल हाईवे भी बंद है और दोनों ओर तीर्थयात्री फंसे हैं। केदारनाथ मार्ग में बड़े.बड़े बोल्डर आने से रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया है। सुरक्षा के लिहाज से चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है। जहां तहां चारधाम यात्रियों को रोक दिया गया है। केदारनाथ यात्रियों को भी रोक दिया गया है। उत्तराखंड में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। खुद पुष्कर सिंह धामी पूरी आपदा का जायजा ले रहे हैं। भारी बारिश के चलते हरिद्वार और ऋषिकेश में चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है। हरिद्वार और ऋषिकेश से नए यात्री चारधाम यात्रा के लिए नहीं रवाना होंगे। वहीं केदारनाथ यात्रा के अलग-अलग पड़ाव में पहुंच चुके यात्रियों को जहां तहां रोक दिया गया है। उनकी सुरक्षा को देखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भेज दी गईं। बादल फटने से रुद्रप्रयाग में केदारनाथ पैदल मार्ग कई स्थानों पर ध्वस्त हो गया है। इसके चलते तीर्थ यात्रियों को पड़ावों पर ही रुकने को कहा गया है। टिहरी के घनसाली में गदेरे में उफान आने से सड़क किनारे बना रेस्टोरेंट बह गया। इसमें रेस्टोरेंट संचालक और उसकी पत्नी की मौत हो गई। सड़क किनारे खड़े दर्जनों वाहन बह गए।