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इंसानों की गलतियों के कारण होता है लैंडस्लाइड, वायनाड में तबाही लेकर आई तीन बार, 43 मौतें, 100 लोग दबे

इंसानों की गलतियों के कारण होता है लैंडस्लाइड, वायनाड में तबाही लेकर आई तीन बार, 43 मौतें, 100 लोग दबे
सीएन, नई दिल्ली।
केरल के वायनाड में भीषण लैंडस्लाइड हुआ है। इसमें कई लोगों की मौत की सूचना है। सैंकड़ों लोग दबे हुए हैं जिन्हें रेस्क्यू करने का ऑपरेशन जारी है। केरल का वायनाड लैंडस्लाइड की घटना से दहल गया है। देर रात हुई लैंडस्लाइड में 43 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 100 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। बारिश में मानसून के दौरान उत्तराखंड से लेकर केरल तक से भूस्खलन की खबरें आती हैं। जब पहाड़ी क्षेत्रों में जमीन या छटां दरकने या खिसकने लगती है और इस कारण से मलबे प्रवाह होता है तो यह भूस्खलन या लैंडस्लाइड कहलाता हैण् जब मलबा भी एक जगह से खिसकता है तो इसे मडस्लाइड कहते हैं। लेकिन ये भी एक तरह का लैंडस्लाइड ही है।  भूस्खलन के प्राकृतिक कारण तो होते ही हैं। लेकिन मानवीय हस्तक्षेप के कारण भी लैंडस्लाइड हो सकता है। जब किसी इलाके में हद से अधिक वर्षा हो जाती है, तो भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा बर्फ पिघलने से भी बर्फीले पहाड़ों की चट्टान खिसक सकती हैं। भूकंप और ज्वालामुखीय गतिविधियां भी भूस्खलन का कारण बन सकती हैं। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई सबसे प्रमुख कारण है। वनों की कटाई से पर्यावरण का संतुलन भी बिगड़ता है। पहाड़ों पर चट्टानों की पकड़ कमजोर होने लगती है। इसके अलावा, मिट्टी भी एक जगह नहीं जमी रह पाती। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इसको लेकर कुछ दिशा.निर्देश भी दिए हैं। नदी.नालों को साफ रखें रिसाव के छिद्र खुले रखें। आस.पास की गालियां चेक करते रहें, उनमें कूड़ा.करकट हो तो उन्हें साफ कर दें। भूस्खलन वाले इलाके में अधिक पेड़ लगाएं, ताकि जड़ें मिट्टी को रोक सकें। भूस्खलन प्रभावित इलाकों से पेड़ तब तक न उखाड़ें, जब तक उन्हें फिर से नहीं लगाए जाने की व्यवस्था न हो। जान.माल का नुकसान कम करने के लिए तरह.तरह के उपाय लगाए जा रहे हैं। गैबियन वॉल या रॉकफॉल बैरियर का इस्तेमाल किया जा रहा है। बद्रीनाथ के करीब नंदप्रयाग में अक्सर लैंडस्लाइड होते हैं। वहां एक मिट्टी का बांध बनाया गया हैए इससे जब पहाड़ के ऊपर से मिट्टी आती है तो बांध उसे रोक लेते हैं। इसी तरह चट्टानों को रोकने के लिए भी कई जगह खास तरह के बैरियर लगाए गए हैं।

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