देहरादून
बिहार में पत्रकार हत्या के विरोध में बिहार से उत्तराखंड तक विरोध प्रदर्शन
बिहार में पत्रकार हत्या के विरोध में बिहार से उत्तराखंड तक विरोध प्रदर्शन
सीएन, देहरादून । बिहार में पत्रकार की दिनदहाड़े उन्ही के घर में गोलियां मार कर हत्या पर नाराजगी और दुख जताते हुए नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स इंडिया ने देशभर में प्रदर्शन कर विरोध और दुख जताते हुए पत्रकार सुरक्षा कानून शीघ्र लागू करने की मांग की है। आज यहां राजधानी देहरादून में उत्तरांचल प्रेस क्लब के निकट उज्जवल रेस्टोरेंट में एनयूजेआई से संबद्ध ऑल मीडिया जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन उत्तरांखड ने शोक सभा कर दिवंगत पत्रकार बिहार के अररिया जिले के दैनिक जागरण के पत्रकार विमल कुमार यादव की उनके घर दिनदहाड़े गोलियां मार कर निर्मम हत्या की कड़ी निन्दा करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। अमजा उत्तरांखड अध्यक्ष बृजेंद्र हर्ष ने दुख प्रकट किया कि पत्रकार ने अपने जीवन को खतरे की सूचना पुलिस को दी थी लेकिन पुलिस ने उन्हें सुरक्षा देने की मांग पर असंवेदनशील रवैया अपना कर अपना पत्रकार विरोधी चरित्र प्रदर्शित किया। प्रदेश महामंत्री रवीन्द्रनाथ कौशिक ने कहा कि एनयूजेआई दशकों से पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग करता आ रहा है लेकिन सरकारों का इस मांग पर ध्यान न देने से साफ है कि सत्ताधीशों को निर्भीक और स्वतंत्र पत्रकारिता कितना खलती है। कोषाध्यक्ष राजकमल गोयल ने बताया कि इस हत्या के विरोध में सहयोगी एनयूजे बिहार और अमजा उत्तरांखड दो दिनों से आंदोलनरत हैं। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन को पत्रकार सुरक्षा कानून बनने तक जारी रखा जायेगा। इस अवसर पर स्वर्गीय विमल कुमार यादव तथा देहरादून में अमजा उत्तरांखड सहयोगी पंकज कुमार जायसवाल के पिता मिश्रीलाल जायसवाल की असमय मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद गांधी पार्क के कारगिल शौर्य स्मारक पर मोमबत्तियां जलाकर कर पत्रकारों की असुरक्षा पर क्षोभ व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर बृजेंद्र हर्ष, रवीन्द्रनाथ कौशिक और राजकमल गोयल के साथ उपाध्यक्ष संजय सुमिताभ पाठक, अनुशासन समिति सदस्य राजकुमार ग्रोवर ,प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मौहम्मद खालिद, अमजा हरिद्वार के महामंत्री मनीष कागरान, जिला समारोह सचिव नरेश तोमर,जिला कार्यकारिणी सदस्य बबलू थपलियाल, हर्ष तिवारी, देहरादून जिलाध्यक्ष सोनू सिंह, महामंत्री कुमारी प्रभा वर्मा, विमल नौटियाल, राजेंद्र गैरोला आदि रहे।



























































