नैनीताल
एक दिवसीय कृषक जागरूकता एवं मत्स्य विज्ञान प्रर्दशनी का आयोजित
सीएन, ज्योलीकोट। कृषि विज्ञान केन्द्र, ज्योलीकोट द्वारा जनपद के कृषकों के लिए एक दिवसीय कृषक जागरूकता एवं मत्स्य विज्ञान प्रर्दशनी का आयोजन मत्स्य पालन सम्बधी वैज्ञानिक जानकारी देने हेतु किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय डा. मनमोहन सिंह चौहान, कुलपति गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर द्वारा की गई। कार्यक्रम की शुभारम्भ डा दीपाली तिवारी पाण्डेय के स्वागत संदेश के साथ किया गया। केन्द्र के प्रभारी अधिकारी डा. सी. तिवारी द्वारा मंचासीन सभी अतिथियों को हरेला पर्व की शुभकामनाऐं एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। प्रभारी अधिकारी द्वारा कृषकों को केन्द्र की गतिविधियों एवं मत्स्य पालक दिवस की महत्ता की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में डा. आर. एस. चौहान, पूर्व अधिष्टाता मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय पंतनगर, डा. के. के. उपाध्याय पूर्व अधिष्टाता मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय पंतनगर, डा. मालविका दास करू, अधिष्टात्री मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय, पंतनगर द्वारा मत्स्य पालक दिवस का महत्व, समन्वित मछली पालन, मत्स्य पोषण प्रबंधन विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई। डा. आर. के. शर्मा, कार्यवाहक निदेशक प्रसार शिक्षा द्वारा विश्वविद्यालय की प्रसार गतिविधियों पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में अल्मोड़ा, लोहाघाट, पिथौरागढ, उधमसिंह नगर एवं नैनीताल जनपद के मत्स्य पालकों की भागीदारी रही। मत्स्य पालक प्रर्दशनी के अर्न्तगत कृषि विज्ञान केन्द्र- ज्योलीकोट, मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय- पतनगर, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद राष्ट्रीय मत्स्य आनुवांशिक संसाधन ब्यूरो लखनऊ, एक्वाटेक फ्लोटिंग फिश फीड-दिल्ली, मत्स्य उत्पादन एवं खाद्य निर्देशिका प्रा. लिमिटेड, ग्रोवैल न्यूट्रिशियन फॉर फिश संस्थाओं द्वारा स्टाल लगाये गये। कृषकों की उत्सुकता बनाये रखने हेतु कार्यक्रम के बीच बीच में व्याख्यान से सम्बन्धित प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम आयोजित किया गया एवं विजेता कृषकों को पुरूस्कार द्वारा समानित किया गया। केन्द्र के वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों डा विजय कुमार दोहरे, डा बलवान सिंह, डा दिपाली तिवारी पाण्डेय, डा कचन नैनवाल, डा विजय कुमार सिंह, डा सुधा जुकारिया, डा शशि तिवारी, श्रीमती कमला सत्यपाल, श्री विमल कुमार शर्मा, श्री महिपाल चन्द्र लोहनी श्री पिताम्बर सुयाल, श्री कुन्दन सिह, श्री भगवान सिंह श्री दीवान सिह बोहरा एवं श्रीमती गोविन्दी देवी का कार्यक्रम संचालन पूर्ण सहयोग रहा ।
