नैनीताल
हमारी केमिस्ट्री पर्यावरण व मानव जाति के प्रति बेहतर होनी चाहिए : प्रो. मिश्रा
हमारी केमिस्ट्री पर्यावरण व मानव जाति के प्रति बेहतर होनी चाहिए : प्रो. मिश्रा
सीएन, नैनीताल। कुमाऊं विश्वविद्यालय के आर्ट्स सभागार में विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय तथा रसायन विज्ञान विभाग द्वारा प्रो. अनिल मिश्रा विभागाध्यक्ष लखनऊ विश्वविद्यालय का विशेष आमंत्रित व्याख्यान केमिस्ट्री ऑफ लाइफ मैनेजिंग स्ट्रेस फॉर मेंटल बिंग मेड ईजी विषय पर दिया। प्रो. मिश्रा ने कहा की जीवन में रसायन का बहुत योगदान होता है हमारी केमिस्ट्री पर्यावरण के प्रति, मानव प्रजाति के प्रति बेहतर होनी चाहिए। हमारा जीवन में समस्याएं आती है जो डर को जन्म देती है इससे हमारी चिंताएं बढ़ती है तो हम तनाव होने लगता है फिर ये स्ट्रेन को प्रभावित करता है। हम टेंशन में रहने लगते है। डॉक्टर मिश्रा ने कहा की विचार से संवेदनाएं बनती है और हम एक्शन करते है। जीवन में हमारे अंदर स्वीकार्यता होनी चाहिए हमारा विश्वास मजबूत होना चाहिए। हमारा आत्म विश्वास हमे मजबूत बनाता है। जीवन में हम हर वक्त सकारात्मक रहना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन निदेशक प्रो. ललित तिवारी ने किया।संकायाध्यक्ष प्रो. चित्रा पांडे ने प्रो. अनिल मिश्रा का स्वागत किया तथा उनका जीवन वृत्त प्रस्तुत किया। शिवानी मिश्रा ने मेडिटेशन करते हुए सासों का महत्व बताया तथा सभी को मेडिटेशन कराया। प्रो. अनिल मिश्रा को शॉल पहनाकर, बैच लगाकर तथा अल्पना भेट की गई। महत्वपूर्ण व्याख्यान में जीवन को जानने के लिए प्रो. हरीश बिष्ट, प्रो. गिरीश रंजन तिवारी, प्रो. गीता तिवारी, प्रो. सहराज अली, डॉक्टर महेश आर्य, डॉक्टर मनोज धूनी, डॉक्टर पैनी जोशी, डॉक्टर नवीन पांडे, डॉक्टर डॉक्टर हर्ष चौहान, डॉक्टर हेम जोशी, दीपशिखा जोशी, डॉक्टर ललित मोहन, डॉक्टर गिरीश खरकवाल, डॉक्टर उजमा, डॉक्टर नगमा, दिशा उप्रेती, वसुंधरा लोधियाल, स्वाति जोशी, गौरव रावत, मनीषा, शिवांगी, सूर्यवंशी पूजा गुप्ता, फिजा, पनेरू सहित जूलॉजी, केमिस्ट्री, वनस्पति विज्ञान, बीएससी के विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।