नैनीताल
गांधी जी व पंत जी की प्रतिमा को हटाना हमारी समर्पण की भावना को कमजोर करेगी : कूटा
सीएन, नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल में महात्मा गांधी जी और गोविंद बल्लभ पंत जी की प्रतिमाओं को हटाने के निर्णय को लेकर विरोध प्रकट किया है। इस बावत कूटा ने जिलाधिकारी को पत्र दिया है। कूटा ने कहा कि नैनीताल के तल्लीताल पुराना बस स्टेशन के पास से महात्मा गांधी जी की प्रतिमा और मल्लीताल के गोविंद बल्लभ पंत पार्क से गोविंद बल्लभ पंत जी की प्रतिमा हटाने की खबर ने लोगों को उद्देलित कर दिया है। ये प्रतिमाएं न केवल नैनीताल की शान हैं, बल्कि ये हमारे देश के स्वतंत्रता संग्राम और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले महान नेताओं की प्रति हमारा आदर है। गोविंद बल्लभ पंत जी उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री और भारत के चौथे गृह मंत्री थे। उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। उनका महत्वपूर्ण योगदान भारत को भाषा के अनुसार राज्यों में विभाजित करना और हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में प्रतिष्ठित करना था। इन प्रतिमाओं को हटाने के निर्णय के पीछे के कारणों को समझना मुश्किल है, लेकिन यह निर्णय निश्चित रूप से इतिहास और संस्कृति के प्रति हमारी समर्पण की भावना को कमजोर करता है। हमें अपने महान नेताओं की याद में बनाई गई प्रतिमाओं और स्मारकों का सम्मान करना चाहिए और उनकी विरासत को आगे बढ़ाना चाहिए। कूटा की तरफ से अध्यक्ष प्रो. ललित तिवारी तथा महासचिव डॉ. विजय कुमार ने पत्र लिखा है ।