नैनीताल
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य पर जागरुकता शिविर का आयोजन
सीएन, नैनीताल। उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल के दिशा निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में आज सीनियर सिविल जज व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शमा परवीन द्वारा जिला मुख्यालय स्थित बीडी पांडे चिकित्सालय में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य पर जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवम कार्यरत चिकित्सकों द्वारा बताया मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को इस दशक के लिए बड़ी चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है। चिंता-तनाव और अवसाद के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, इस खतरे को देखते हुए विशेषज्ञों को चिंता है कि आने वाले पांच से आठ वर्षों में मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सा क्षेत्र पर बड़ा दबाव आ सकता है। आज के भाग-दौड़ वाली जीवन शैली के कारण हर दूसरा व्यक्ति चिंता, थकान, अनिद्रा, अवसाद, स्मृतिनाश और माइग्रेन आदि मानसिक रोगों से ग्रस्त है। आधुनिकता ने हमारी जीवन शैली को बदलकर रख दिया है, उसका सीधा असर स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। मानसिक स्वास्थ्य की तलाश करना आपकी ताकत की निशानी है न कि कमजोरी की। इसलिए भय, चिंता, भ्रमित करने वाले विचारों या अवसाद को अपने जीवन पर हावी न होने दें। सही समय पर सही इलाज से इसका मुकाबला करें। मानसिक स्वास्थ्य में सुधार आपके जीवन की गुणवत्ता और जीवन प्रत्याशा में सुधार कर सकता है। इसलिए, समय पर इसका इलाज कराने से कभी भी डरें या शर्मिंदा न हों। मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए बल्कि सावधानी से संबोधित किया जाना चाहिए। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर, उन लोगों के समर्थन में आएं जो दुनिया को सभी के लिए एक स्वस्थ और खुशहाल जगह बनाना चाहते हैं। जीवन किसी रोलर-कोस्टर की सवारी से कम नहीं है जो अपनी चुनौतियों के साथ आता है, और आप सब कुछ नियंत्रित नहीं कर सकते। इसलिए तनाव से दूर रहें और जीना शुरू करें। शिविर में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ), पीएमएस डॉ. दुग्ताल, डॉ.मोनिका कांडपाल,
डॉ.अनिरुद्ध गंगोला, डाक्टर गिरीश पांडे, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अधिकारी मदन मेहरा, मनोज एवम नर्सिंग स्टाफ इत्यादि मौजूद रहे।