स्वास्थ्य
01 जुलाई को है राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस : चिकित्सकों का महत्व रेखांकित करने की जरूरत का दिन
01 जुलाई को है राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस : चिकित्सकों का महत्व रेखांकित करने की जरूरत का दिन
सीएन, नैनीताल। भारत में 01 जुलाई 2014 को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया गया। यह दिवस प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. बिधान चंद्र रॉय जिनका जन्म और मृत्यु की सालगिरह एक ही दिन पर पड़ती है, को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। वे पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री थे। 14 जनवरी 1948 से उनकी मृत्यु तक 14 वर्ष तक वे इस पद पर थे। उनका जन्म खजांची रोड बन्कीपुर पटना बिहार मे हुआ था। उन्हे वर्ष 1961 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। चिकित्सकों का महत्व रेखांकित करने की आवश्यकता अमेरिका के जॉर्जिया निवासी डॉ. चार्ल्स बी अल्मोंद की पत्नी युदोरा ब्राउन अल्मोंद ने महसूस की थी। उनके प्रयासों से ही पहली बार 30 मार्च, 1930 को अमेरिका में डॉक्टर्स डे मनाया गया। इस दिन को मनाने के पीछे चिकित्सकों का दैनिक जीवन में महत्व बताने की भावना प्रमुख थी। इसके लिए 30 मार्च की तारीख़ इसलिए चुनी गई थी क्योंकि जॉर्जिया में इसी दिन डॉ. क्राफोर्ड डब्ल्यू लोंग ने पहली बार ऑपरेशन के लिए एनेस्थीसिया का इस्तेमाल किया था। इसीलिए तब से चिकित्सक दिवस मनाने का चलन शुरू हो गया। भारत में प्रति वर्ष 01 जुलाई को डॉक्टर की समाज के प्रति अमूल्य सेवा एवं योगदान के बारे में जनसाधारण को जागरूक करने के लिये राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस डाक्टर्स डे मनाया जाता है। भारत के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ बिधान चन्द्र रॉय को श्रद्धांजलि और सम्मान देने के लिये 01 जुलाई को उनकी जयंती और पुण्यतिथि पर इसे मनाया जाता है। अलग-अलग देशों में चिकित्सक दिवस अलग.अलग तिथि को मनाया जाता है। भारत में 01 जुलाई का दिन चिकित्सकों के लिए समर्पित है। वर्ष 1991 से भारत में इस दिन को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत हुई थी। 01 जुलाई को देश के प्रख्यात चिकित्सक स्वतंत्रता सेनानी और समाज सेवी डॉ. बिधान चन्द्र राय का जन्मदिन और पुण्यतिथि दोनों ही हैं। 01 जुलाई, 1882 को बिहार में जन्मे बिधान चन्द्र राय भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक अहम सिपाही रहे थे। आजादी के बाद उन्होंने अपना सारा जीवन अपने व्यवसाय यानि चिकित्सा सेवा को समर्पित कर दिया। अपने अथक प्रयासों और समाज कल्याण के कार्यों के लिए उन्हें 1961 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था। 01 जुलाई 1962 को उनका निधन हुआ। चिकित्सकों के योगदान के साथ परिचित होने के लिये सरकारी और गैर.सरकारी स्वास्थ्य सेवा संबंधी संगठन के द्वारा वर्षों से राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस उत्सव मनाया जा रहा है। इस उत्सव को मनाने के लिये स्वास्थ्य सेवा संबंधी संगठन के कर्मचारी विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम और क्रियाकलाप आयोजित करते हैं। उत्तरी कोलकाता और उत्तर-पूर्व कलकत्ता समाज कल्याण संगठन चिकित्सक दिवस के भव्य उत्सव को मनाने के लिये हर साल बड़ा कार्यक्रम आयोजित करती है। चिकित्सा पेशे के विभिन्न पहलुओं के बारे चर्चा करने के लिये एक चर्चा कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जैसे स्वास्थ्य परीक्षण उपचार, रोकथाम, रोग की पहचान करना, बीमारी का उचित इलाज आदि।