स्वास्थ्य
ऊपर वाले की तुलना में नीचे वाला बीपी अधिक नुकसानदायक
ऊपर वाले की तुलना में नीचे वाला बीपी अधिक नुकसानदायक
सीएन, नैनीताल। आंकड़े बताते हैं कि देश में हर पांचवां व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर से ग्रसित है। लेकिन उनमें से करीब एक तिहाई से अधिक को इसकी जानकारी नहीं है क्योंकि रुटीन चेकअप पर ध्यान नहीं दिया जाता है। जब शरीर के अंगों पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है तो उन्हें हाई बीपी की जानकारी होती है। लगभग शहरी और ग्रामीण आबादी उच्च रक्तचाप से ग्रस्त है। ग्रामीण इलाकों में हर दस में से एक और शहरी आबादी में पांच में से एक व्यक्ति रक्तचाप की समस्या को कंट्रोल कर पाने में सफल है। गंभीर बात यह है कि 60-70 फीसदी लोगों को जब तक समस्या बढ़ न जाए तब तक पता नहीं चलता है कि वह हाइपरटेंशन से ग्रसित है। अमरीकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार धमनी की दीवारों पर लंबे समय तक खून का दबाव बढ़ना ही हाई ब्लड प्रेशर है। हृदय कितना रक्त पंप करता और धमनियों में खून बहने की रफ्तार क्या है इस आधार पर रक्तचाप के स्तर का निर्धारण होता है। धमनियां जितनी पतली होंगी, रक्तचाप उतना ही अधिक होता है। यह लाइफ स्टाइल डिजीज है। यह सामान्यत सभी तरह से प्रभावित होता है। उम्र पारिवारिक इतिहास, जीवन शैली, खान पान में गड़बड़ी, तनाव, अधिक वजन, ज्यादा नमक खाना, अल्कोहल-धूम्रपान जैसी आदतें प्रमुख कारण हैं। किडनी की बीमारियां, कुछ ट्यूमर, रक्त वाहिकाओं में ;जन्मजात दोष या कुछ दवाओं से भी ऐसा हो सकता है। शुरुआत में इसके लक्षण कम या नहीं नजर आते हैं। लेकिन अधिकांश में अधिक पसीना आना, चिंता या तनाव जैसी स्थिति, बेचैनी, अनिद्रा, चिड़चिड़ापन या चक्कर आना और लंबे समय तक समस्या रहने से खून की नलियों में परेशानी हो जाती है। अधिकतर लोगों के पास डिजिटल बीपी मीटर होता है। कई बार ये शंका हो जाती है कि मीटर ठीक से काम नहीं कर रहा है। ऐसा है तो दो.तीन बार नापें। फिर भी समझ नहीं आ रहा है तो किसी ऐसे व्यक्ति का चेक करें जो बीपी की दवा नहीं लेता है। दिनचर्या नियमित रखें। तनाव कम करने वाले उपाय करें। नियमित योग.व्यायाम.ध्यान करें। डाइट में वजन बढ़ाने वाली चीजें और हाई सोडियम डाइट से बचें। नशा न करें। बीपी के मरीजों को रोजाना सभी तरह से ढाई ग्राम से अधिक नमक न खाएं। भोजन के 2 घंटे बाद बीपी चेक करें। तुरंत बाद करने से बचें। एक्सरसाइज, कैफीन वाले ड्रिंक्स चाय.कॉफी पीने, सिगरेट पीने के कम से कम 30 मिनट बाद ही बीपी नापें। बीपी चेक करने से पहले कुछ देर रिलेक्स करें। बीपी की रीडिंग ले रहे हैं तो बाजू 80 फीसदी तक कवर रहे। 3-3 मिनट से दो बार जांचें। ऊपर वाले की तुलना में नीचे। 40 फीसदी को पता नहीं है कि उन्हें बीपी की समस्या है। 2.5 ग्राम से अधिक नमक बीपी के मरीज रोज नहीं खाएं। 2-3 किमी का रोजाना वॉक बीपी के मरीज जरूर करें।