स्वास्थ्य
अब गलियों में नहीं बिकते नहीं दिखेंगे बुढ़िया के बाल, हिमाचल में लगी रोक
अब गलियों में नहीं बिकते नहीं दिखेंगे बुढ़िया के बाल, हिमाचल में लगी रोक
सीएन, शिमला। हिमाचल प्रदेश में कॉटन कैंडी बनाने और बेचने पर स्वास्थ्य विभाग ने रोक लगा दी है। सैंपल फेल होने पर पर यह फैसला लिया गया। जानकारी के अनुसार विभाग ने सोलन, शिमला, बिलासपुर और अन्य शहरों में इनके सैंपल भरवाए थे। अब इन सैंपलों की रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट के अनुसार इसमें हानिकारक केमिकल पाया गया है। सूत्रों के अनुसार सोलन में 20 फरवरी को शहर से सात सैंपल भरे थे जिन्हें जांच के लिए सीटीएल कंडाघाट भेजा था। कैंडी में रोडामाइन-बी केमिकल है, जिससे कैंसर हो सकता है। सरकार ने संबंधित विक्रेताओं को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। नगर निगम के खाद्य सुरक्षा विभाग ने पिंक, ऑरेंज, पर्पल, येलो, सी ग्रीन, व्हाइट और ग्रीन-पर्पल मिक्स कॉटन कैंडी के सैंपल भरे थे। सूचना थी कि कॉटन कैंडी को गुलाबी रंग देने के लिए रोडामाइन-बी का इस्तेमाल किया जाता है। यह केमिकल सेहत के लिए हानिकारक होता है। मालूम हो कि उत्तराखंड में भी कॉटन कैंडी का कारोबार शहरों, कस्बों सहित गाांवों में भी खूब पनप रहा है। दिल्ली, यूपी व बिहार से आये लोग इसका कारोबार कर रहे है।