स्वास्थ्य
कल 21 जून को ‘वन वर्ल्ड, वन हेल्थ’ थीम पर दुनिया भर के लोग करेंगे योगा
कल 21 जून को ‘वन वर्ल्ड, वन हेल्थ’ थीम पर दुनिया भर के लोग करेंगे योगा
सीएन, नैनीताल। हर साल विश्व योग दिवस 21 जून को मनाया जा रहा है। आपको बता दें कि वर्ष 2023 में नौवां योग दिवस मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों के बाद अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की शुरुआत वर्ष 2014 में हुई थी, जिसे संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया गया था। वर्ष 2022 में इंटरनेशनल योग डे की थीम ‘मानवता के लिए योग’ रखी गई थी। इस बार विश्व योगा डे 21 जून 2023, दिन बुधवार को मनाया जाएगा। स्वस्थ रहने के लिए योग बहुत जरूरी है, क्योंकि योग हमें ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करता है। वर्ष 2023 में योगा दिवस की थीम ‘वन वर्ल्ड, वन हेल्थ’ रखी गई है, जो कि ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के आधार पर तय की गई है। जीवन में योग का बहुत महत्व है, क्योंकि यह हमारे स्वस्थ शरीर के लिए बहुत जरूरी है। योग से जहां शरीर सेहतमंद बना रहता है, वहीं इससे चिंता, तनाव को दूर करके मनोबल को मजबूत करता है। यह मानसिक शांति देता है, सकारात्मकता प्रदान करता है तथा जीवन के प्रति उत्साह और ऊर्जा का संचार करता है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का महत्व
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य व्यायाम के रूप में योग के बारे में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए इसके व्यापक दृष्टिकोण के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। मनोवैज्ञानिक और शारीरिक कल्याण की समस्या के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने के संदर्भ में इस दिन के महत्व को देखा जा सकता है। तनाव मुक्त वातावरण में पनपने के लिए जरूरी मानसिक स्पष्टता और आत्म जागरूकता के लिए ध्यान डालने की आदत की भी इसके जरिये कोशिश की जाती है। इस खास दिन का उद्देश्य योग का सम्मान करना है। योग सदियों से भारत में चला आ रहा है। तनाव और चिंता को कम करने के साथ-साथ ये शरीर को भी आराम देता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य योग के फायदों के बारे में लोगों को जागरूक करना है। विदेशों में भी योगा का क्रेज योग में भारतीय संस्कृति के बारे में भी काफी कुछ सीखने को मिलता है। विदेशों में भी जोरों-शोरों से इसका प्रचार-प्रसार होता है। दुनियाभर के लोग अपने जीवन में योग को शामिल कर रहे हैं। योगासनों के माध्यम से लोग अपने तन और मन की प्राप्ति की कोशिश कर रहे हैं।
21 जून को क्यों मनाते हैं योग दिवस?
योग दिवस को मनाने के लिए एक दिन सुनिश्चित किया गया, जो कि 21 जून है। 21 जून को योग दिवस के तौर पर मनाने की वजह भी है। इस तारीख को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है। जिसे ग्रीष्म संक्रांति कहते हैं। भारतीय परंपरा के अनुसार, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए असरदार है। इस कारण प्रतिवर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाते हैं। योग भारतीय संस्कृति से जुड़ा है, जिसका प्रसार अब विदेशों तक हो रहा है। विदेशों तक योग के प्रसार का श्रेय योग गुरुओं को जाता है। भारतीय योग गुरुओं ने विदेशी जमीन पर योग की उपयोगिता और महत्व के बारे में जागरूक किया। आज दुनियाभर में योग को लोग अपने जीवन में शामिल कर रहे हैं और योगासनों के अभ्यास से स्वस्थ मन और तन की प्राप्ति का प्रयास कर रहे हैं। योग की इसी उपयोगिता से सभी को जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस मनाया जाता है।