राष्ट्रीय
उत्तर भारत में भीषण गर्मी, असम में बाढ़, केरल व उत्तराखंड के लिए अलर्ट जारी
सीएन, दिल्ली। देश के कई राज्य एक तरफ भीषण गर्मी की चपेट में हैं, तो दूसरी तरफ कई राज्यों में बारिश कहर बनकर टूटा है। असम-अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं। वहीं, भारी बारिश से बेंगलुरु पानी-पानी हो गया है। मौसम विभाग ने केरल के सात जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि उत्तराखंड के कई पहाड़ी जिलो में यलो अलर्ट जारी किया है। बेंगलुरू में मंगलवार को कुछ घंटों की बारिश ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। बारिश से शहर के कई इलाकों में जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रिहाइशी इलाकों में पानी भर गया है। सड़कों पर खड़ी गाड़ियां पानी में डूब गई।बारिश बुधवार, 18 मई को भी जारी रहने की उम्मीद है। आईएमडी के पूर्वानुमान में कहा गया है कि बुधवार को हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज और बिजली गिरने की संभावना है। बारिश की संभावना को देखते हुए बेंगलुरु में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जिसमें शहर में अगले 4-5 दिनों तक भारी बारिश की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने केरल में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मलप्पुरम, कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अन्य सभी जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने के लिए कहा गया है। इसके अलावा कई इलाकों में बाढ़ का अलर्ट भी जारी किया गया है। कोट्टायम में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया, नदियां उफान पर आ गईं, बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं और फसलें नष्ट हो गईं।असम में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गई है। असम के 20 जिलों में लगभग 2 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की वजह से रेल और सड़क लिंक टूट गया है। वहीं बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 7 लोगों की मौत हुई है।जानकारी के मुताबिक अब तक 652 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकाले जा रहे लोगों के लिए सात जिलों में 55 राहत शिविर बनाए गए हैं। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक कुल 32,959 लोगों को आश्रय दिया गया है। वहीं प्रभावित क्षेत्रों में 12 राहत वितरण केंद्र भी बनाए गए हैं।