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कर्तव्य पथ पर दिखा भारतीय सेना का दमखम, राफेल से लेकर सुखोई ने चीर डाला आसमान
कर्तव्य पथ पर दिखा भारतीय सेना का दमखम, राफेल से लेकर सुखोई ने चीर डाला आसमान
सीएन, नईदिल्ली। देश आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर कर्तव्य पथ पर भव्य समारोह हुआ, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल हुईं और उन्होंने झंडा फहराया। इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और पीएम मोदी भी मौजूद रहे। इस बार मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्राबोवो सुबिआंतो रहे। आज हमारा देश 76 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर कर्तव्य पथ पर देश की संस्कृति और परंपराओं को प्रस्तुत करती आकर्षक झांकियां निकाली गईं। साथ में भारतीय सेना ने भी अपना पूरा दमखम दिखाया। आसमान से लेकर धरती तक हर जगह भारतीय सेना ने अपनी ताकत का अहसास कराया। इस दौरान आकाश में राफेल विमान भी गरजा। आइए आपको कर्तव्य पथ पर दिखे भारतीय सेना के उन गौरवशाली और साहसिक प्रस्तुतियों की एक झलक दिखाते हैं। भारतीय वायुसेना ने कर्तव्य पथ पर फ्लाई-पास्ट प्रस्तुत किया, जिसमें 22 लड़ाकू विमान, 11 परिवहन विमान और 7 हेलीकॉप्टर सहित कुल 40 विमान शामिल थे। 3 अपाचे हेलीकॉप्टर के साथ दिखा। परेड के दौरान भारतीय वायु सेना बैंड साउंड बैरियर धुन बजाता हुआ साथ में भारतीय वायुसेना की टुकड़ी कर्तव्य पथ पर मार्च करती हुई। देश के विभिन्न हिस्सों से आए 51 पुरुष और 49 महिला संगीतकारों वाले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ब्रास बैंड ने दिल्ली के कर्तव्य पथ पर 76 वें गणतंत्र दिवस परेड के दौरान देश के हम हैं रक्षक की धुन बजाई। गणतंत्र दिवस परेड के दौरान कर्तव्य पथ पर सिख ली रेजिमेंट सेंटर, बिहार रेजिमेंट सेंटर और लद्दाख स्काउट्स रेजिमेंट सेंटर का संयुक्त बैंड उसके बाद महार रेजिमेंट, उसके बाद जम्मू और कश्मीर राइफल्स रेजिमेंट। परेड के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाका मल्टी.लॉन्चर रॉकेट सिस्टम, बीएम.21 अग्निबाण, 122 मिमी मल्टीपल बैरल रॉकेट लॉन्चर, आकाश हथियार प्रणाली का प्रदर्शन किया गया। कर्तव्य पथ पर पैदल सेना की टुकड़ी भारत की उन्नत सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए जिसकी शुरुआत ऑल.टेरेन व्हीकल चेतक और स्पेशलिस्ट मोबिलिटी व्हीकल, कपिध्वज से हुई जिसे कठिन इलाकों खासकर उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में युद्धाभ्यास के लिए डिज़ाइन किया गया है। गणतंत्र दिवस परेड के दौरान पहली सैन्य टुकड़ी 61 कैवेलरी जो विश्व की एकमात्र सक्रिय घुड़सवार सेना रेजिमेंट है इसके बाद मुख्य युद्धक टैंक टी.90 भीष्म तथा उसके बाद कर्तव्य पथ पर नाग मिसाइल प्रणाली होगी। परेड में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को भी उतनी ही भव्यता से प्रस्तुत किया गया। विभिन्न राज्यों की झांकियों ने भारत की विविधता और एकता का अनूठा उदाहरण पेश किया। पारंपरिक नृत्य संगीत और लोक कलाओं ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस वर्ष की झांकियों में उत्तराखंड, राजस्थान और तमिलनाडु की परंपराओं को विशेष रूप से सराहा गया। कर्तव्य पथ पर परेड के दौरान देश की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक समृद्धि का अद्भुत संगम देखने को मिला। इस भव्य आयोजन ने भारत की अखंडता संप्रभुता और प्रगति का उत्सव मनाया। गणतंत्र दिवस का यह समारोह न केवल देशवासियों में देशभक्ति का संचार करता है बल्कि विश्व मंच पर भारत की ताकत और संस्कृति का संदेश भी देता है।