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झुंझुनू में जिंदा शख्स का पोस्टमार्टम, अंतिम संस्कार से ठीक पहले चिता पर से उठ बैठा, रात में ली आखिरी सांस
झुंझुनू में जिंदा शख्स का पोस्टमार्टम, अंतिम संस्कार से ठीक पहले चिता पर से उठ बैठा, रात में ली आखिरी सांस
सीएन, जयपुर। राजस्थान के झुंझुनू जिला मुख्यालय स्थित बीडीके अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा एक जिंदा व्यक्ति को मृत बताकर उसका पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसके वापस जिंदा होने का मामला सामने आया है। लेकिन फिर से युवक की देर रात तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद युवक को झुंझुनूं के अस्पताल से जयपुर के अस्पताल के लिए रैफर किया गया था लेकिन अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचने से पहले रोहिताश ने दम तोड़ दिया। अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुशील भाटी ने रोहिताश की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि रोहिताश के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया गया है। चिकित्सा विभाग ने अस्पताल की चिकित्सकों की घोर लापरवाही मानते हुए देर रात को बीडीके अस्पताल के पीएमओ डॉक्टर संदीप पचार, चिकित्सा अधिकारी मेडिसिन डॉ. योगेश जाखड़ और डॉ. नवनीत मील को निलंबित कर दिया है। झुंझुनू जिला मुख्यालय स्थित बीडीके अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा एक जिंदा व्यक्ति को मृत बताकर उसका पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसके वापस जिंदा होने का मामला सामने आने के बाद चिकित्सा विभाग ने अस्पताल की चिकित्सकों की घोर लापरवाही मानते हुए देर रात को निलंबित कर दिया है। वहीं इस संबंध में जिला कलेक्टर द्वारा गठित कमेटी की तथ्यात्मक रिपोर्ट भी सामने आई है जिसमें साफ लिखा गया है कि बगड़ के मां सेवा संस्थान में रह रहे मूक बधिर युवक रोहिताश को गुरुवार को 1 बज कर 30 मिनट पर बीडीके अस्पताल लाया गया। जहां पर सीपीआर देने और फ्लैट ईसीजी आने पर चिकित्सकों ने रोहिताश को मृत घोषित कर मोर्चरी में शिफ्ट करवा दिया और पोस्टमार्टम और पंचनामा की कार्यवाही कर शाम 5 बजकर 5 मिनट पर शव को अंतिम संस्कार के लिए सुपुर्द कर दिया गया। बाद में शाम 6 बजकर 24 मिनट पर रोहिताश को वापस बीडीके अस्पताल लाया गया जहां पर उसे आईसीयू में शिफ्ट किया गया। यही नहीं चिकित्सकों द्वारा बरती गई इस घोर लापरवाही के बाद अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आई है, जिसमें चिकित्सकों ने रोहिताश की मृत्यु के कारणों का भी उल्लेख किया है। यही नहीं जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने बताया कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अस्पताल के पीएमओ द्वारा उन्हें सूचना नहीं दी गई और उन्हें सारे मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक द्वारा लगी। यहां चिकित्सकों ने रोहिताश को मृत घोषित करते हुए पोस्टमार्टम करके शव परिजनों को सौंपा। लेकिन अंतिम संस्कार से ठीक पहले रोहिताश वापस से जिंदा हो गया।