उत्तराखण्ड
नंदा महोत्सव : नशा छोड़ो दूध पियो अभियान के तहत हुआ कुल्हड़ में दूध वितरण
भाजपा के वरिष्ठ नेता व ग्वाल सेना के संस्थापक पूरन मेहरा पिछले कई वर्षो से नशा छोड़ो दूध पियो अभियान चला रहे है। इन कार्यक्रमों में भारी संख्या में युवा व महिलाएं भी भागीदारी कर रहे है। ऐसे सामाजिक दायित्वों से सरोकार रखने वाले पूरन मेहरा का कहना है कि कि नशा पहाड़ को खोखला कर रहा है। युवा बड़ी तादात में नशे की दुनिया में खो रहे है। ऐसे में यह बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो रही है। लिहाजा समाज को आज इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यमों से आगे आना चाहिए।
नंदा महोत्सव : नशा छोड़ो दूध पियो अभियान के तहत हुआ कुल्हड़ में दूध वितरण
सीएन, नैनीताल। नशा छोड़ो दूध पियो अभियान में नैनीताल के सूखाताल में माँ नंदा सुनंदा मूर्ति निर्माण हेतु कदली वृक्ष नगर प्रवेश पर कुल्हड़ में दूध वितरण हुआ। बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों, युवाओं व महिलाओं ने दूध पियो कार्यक्रम नशा छोड़ो दूध पियो अभियान में भागीदारी की। कार्यक्रम आल इंडिया विमेन कांफ्रेंस के सहयोग से किया गया। जिसमें समाजसेवी दूध पियो नशा छोड़ो कार्यक्रम के पूरन सिंह मेहरा, तरूण काण्डपाल, एडवोकेट नवीन पंत, पंकज चौहान, पूर्व सभासद मनोहर कार्की, शीतला मंदिर के प्रधान पुजारी नन्दाबल्भ भट्ट, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष मोहित रौतेला, अभिषेक मेहरा, मुकेश, सुरेश, विश्व हिंदू परिषद के प्रखण्ड उपाध्यक्ष प्रकाश नौटियाल, वरिष्ठ महिला नेत्री शांति मेहरा, विमेन कांफ्रेंस की अध्यक्ष मुन्नी तिवारी, सचिव तारा बोरा, उपसचिव सावित्री सनवाल, उपाध्यक्ष विश्ना साह, कार्यवाहक सचिव ममता पाण्डे, कोषाध्यक्ष गजाला कमाल, रामलीला कमेटी के अध्यक्ष गोपाल सिंह रावत, कांग्रेस नगर अध्यक्ष अनुपम कबड़वाल, पूर्व सभासद प्रेमा साह, दया बिष्ट, श्याम सिंह, भोपाल सिंह कार्की, करन साह, आशीष सनवाल, हरीश तिवारी, ललीत साह, दीप भट्ट, मोहन कान्डपाल सहित बड़ी संख्या में लोगों ने दूध पिया और नशा न करने का संकल्प लिया। मालूम हो कि भाजपा के वरिष्ठ नेता व ग्वाल सेना के संस्थापक पूरन मेहरा पिछले कई वर्षो से नशा छोड़ो दूध पियो अभियान चला रहे है। इन कार्यक्रमों में भारी संख्या में युवा व महिलाएं भी भागीदारी कर रहे है। ऐसे सामाजिक दायित्वों से सरोकार रखने वाले पूरन मेहरा का कहना है कि कि नशा पहाड़ को खोखला कर रहा है। युवा बड़ी तादात में नशे की दुनिया में खो रहे है। ऐसे में यह बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो रही है। लिहाजा समाज को आज इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यमों से आगे आना चाहिए और इस तरह के कार्यक्रमों में न केवल हिस्सा लेना चाहिए बल्कि सहयोग भी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नशा छोड़ो दूध पियो अभियान का सिलसिला जारी रखा जायेगा वरन पूरे पहाड़ मंें इसका विस्तार किया जायेगा।