उत्तराखण्ड
भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां काफी डराने वाली
भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां काफी डराने वाली
सीएन, नईदिल्ली। 16 वीं सदी के मशहूर भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस की किताब का अध्ययन करने पर उनके द्वारा की गई कुछ और भविष्यवाणियां सामने आई हैं और यह भविष्यवाणियां काफी डराने वाली लग रही हैं। नोस्त्रेदामस केवल भविष्यवक्ता ही नही चिकित्सक और शिक्षक भी थे। ये प्लेग जैसी महामारियों का चिकित्सा करते थे। उन्होंने ने अपनी कविताओं के द्वारा भविष्य में होने वाली घटनाओं का वर्णन किया था। नास्त्रेदमस तो अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनकी लिखी किताब दुनिया में है जो हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में है। इस किताब का अध्ययन करने वाले भविष्यवक्ता मानते हैं कि उन्होंने 16 वीं सदी में ही देख लिया था कि साल 2024 में क्या.क्या होगा, उनकी कुछ भविष्यवाणियां सही साबित हुई हैं वहीं कुछ भविष्यवाणियां सामने आनी बाकी हैं। फिलहाल उनकी 5 भविष्यवाणी उजागर हुई हैं।
ग्लोबल वार्मिंग
नास्त्रेदमस ने भविष्यवाणी की है कि ग्लोबल वार्मिंग खतरा बनने को तैयार है। सूरज की तपन समुद्र को जला देगी। काले सागर में रहने वाली मछलियां मर जाएंगी। भुखमरी फैलेगी और भूख से मर रहे लोग मछलियों को मारकर खाएंगे। नास्त्रेदमस ने 450 साल पहले अपनी किताब में ऐसा लिखा था लेकिन दुनिया को यकीन नहीं है कि वह ग्लोबल वार्मिंग की भविष्यवाणी करने में सक्षम थे जब वाहन नहीं थे और औद्योगिकीकरण अस्तित्व में नहीं था।
मंगल मिशन असफल हो जाएगा
उन्होंने अपनी भविष्यवाणियों की किताब में लिखा है कि मंगल ग्रह पर प्रकाश गिर रहा है जबकि यह ग्रह की स्पीड में फंसकर ध्वस्त हो जाएगा। कुछ भविष्यवक्ता इसे मंगल ग्रह पर जाने वाले इंसानों के लिए खतरा बता रहे हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो इसरो के मार्स मिशन के फेल होने के संकेत मिल रहे हैं। अगर ज्योतिष की बात पर विश्वास किया जाए तो जल्द ही धरती पर विस्फोट होंगी और विमान दुर्घटनाएं हो सकती हैं। डच कंपनी से लेकर एलन मस्क की स्पेसएक्स तक कई एजेंसियां मंगल मिशन के लिए प्रयास कर रही हैं लेकिन किसी का भी मिशन सफल होने के चांस कम लग रहे हैं।
पोप फ्रांसिस की विदाई
नास्त्रेदमस ने पोप फ्रांसिस की विदाई का संकेत भी दिया था। उन्होंने अपनी किताब में लिखा कि साल 2024 में पवित्र रोमन चर्च के अंतिम पलों में पीटर रोमन कई क्लेशों के बीच जीतने में सफल होंगे। 7 पहाड़ियों वाला शहर नष्ट हो जाएगा। पोप फ्रांसिस के स्वास्थ्य को देखते हुए यह भविष्यवाणी सही साबित होती नजर आ रही है। ज्योतिषी ने कहा कि उनके बाद कोई नया पोप आएगा जो काफी तबाही भी मचाएगा।
ब्रिटेन की रॉयल फैमिली का खात्मा
भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस का कहना है कि ब्रिटेन के शाही परिवार का खात्मा हो जाएगा। किंग चार्ल्स की अचानक मृत्यु के बाद सिंहासन का दावेदार बदल दिया जाएगा और शाही परिवार की बजाय कोई दूसरा गद्दी पर बैठेगा। एक ऐसा व्यक्ति जिसने कभी राजा बनने की उम्मीद नहीं की थी वह सिंहासन संभालेगा। नास्त्रेदमस का यह कथन बताता है कि भयावह घटनाएं शाही परिवार को समाप्त कर सकती हैं।
एस्ट्रोलॉजर ने की थी 2 युद्धों की भविष्यवाणी
प्रसिद्ध फ्रांसीसी ज्योतिष नास्त्रेदमस ने सिर्फ रूस.यूक्रेन और इजरायल हमास युद्ध की भविष्यवाणी की थी बल्कि कुछ ऐसी घटनाओं की भविष्यवाणी भी की थी, जिन्होंने होश उड़ा दिए। उन्होंने साल 2023 में 7 महीने चलने वाले इजरायल.हमास युद्ध की भविष्यवाणी पहले ही कर दी थी। वर्ष 2024 की शुरुआत में चर्चा हुई कि क्या उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध का संकेत दिया थाघ् क्योंकि इजरायल हमास युद्ध से पहले दोनों देशों के बीच भीषण युद्ध छिड़ गया था, जो आज तक खत्म नहीं हुआ है। इजरायल पर भी जब फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह हमास द्वारा 3000 से अधिक रॉकेटों दाग कर युद्ध का आरंभ किया तो भविष्यवक्ता की भविष्यवाणी पर दुनिया को विश्वास हुआ।
ब्रिटिश राजघराना उत्तराधिकार से जुड़े विवाद झेलेगा
राजा चार्ल्स तृतीय के मरने के बाद ब्रिटिश राजघराना उत्तराधिकार से जुड़े विवाद झेलेगा और राजकुमार हैरी को अगला राजा बनने का अवसर मिल सकता है, क्योंकि ज्योतिष लिखते हैं कि एक ऐसा व्यक्ति जिसने कभी उम्मीद नहीं की थी, वह सिंहासन संभालेगा। यदि हम नियम के अनुसार चलते हैं तो राजकुमार विलियम को उत्तराधिकारी होना चाहिए। उनके बाद उनके 3 बच्चे जॉर्ज चार्लोट और लुइस कतार में आते हैं और राजकुमार हैरी चौथे स्थान पर हैं।
भारत के संदर्भ में नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां
10 वीं सेंचुरी की 75 वीं चौपाई है, काफ़ी इंतज़ार के बाद भी वो यूरोप नहीं आएगा वो एशिया में अवतरित होगा, ईश्वर का अवतार होगा, पूर्व के सभी राजा उसकी सत्ता स्वीकारेंगे। इसको भारत से जोड़कर देखा गया है। सेंचुरी 10 की 96 वीं चौपाई में कहा गया है, सागर के नाम वाले धर्म की जीत होगी, अदुलउनकातिफ़ जाति के लड़के से, जिद्दी और रोने वाली जाति डरेगी, दोनों ही अलेफ़ और अलेफ़ के हाथों घायल होंगे। सागर के नामवाला धर्म तो हिंदू ही है, तो क्या इस चौपाई में नास्त्रेदमस ने हिंदू और ईसाई धर्म के आपस में लड़ने की बात कही है या किसी अन्य धर्म के हाथों हिंदू धर्म का प्रताड़ित होना बताया है और आखिर में भारत की जीत बताई है, पहली सेंचुरी की 50 वीं चौपाई में ज़िक्र है. वो ज़मीन जहां तीन समुद्रों के पानी मिलते हैं वहां एक शख्स पैदा होगा, गुरुवर के रूप में जिसकी पूजा होगी ज़मीन और समुद्र में उसकी ख्याति, शासन और ताकत बढ़ेगी। वो दुनिया को अचंभित कर देगा। इसके समर्थन में वे यह भी कहते हैं कि सिर्फ़ हिंदू धर्म में ही गुरुवर को पूजा जाता है।नास्त्रेदमस ने 1555 में एक भविष्यवाणी की थी कि आज से 445 साल बाद एक हिंदू संत प्रकट होंगे। सर्व जगत में उस संत की चर्चा होगी। सतलोक आश्रम की किताबों में साफतौर पर लिखा है कि यह संत रामपाल को लेकर भविष्यवाणी थी। संत रामपाल की अध्यक्षता में हिंदुस्तान विश्व धर्मगुरु के रूप में प्रतिष्ठित होगा। इस बात को स्थापित करने के लिए सतलोक आश्रम ने केवल नास्त्रेदमस बल्कि विश्व के कई भविष्यवक्ताओं का सहारा लिया है। इतना ही नहीं नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी को विस्तार से समझाया है और उनकी सत्यता को प्रमाणित करने के लिए उदाहरण भी दिए हैं। इस कड़ी में इंदिरा गांधी का भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री बनना और उनकी हत्या निकटतम लोगों से होने का उदाहरण है। फिर राजीव गांधी का प्रधानमंत्री बनना और आकस्मिक घटना में मृत्यु होने का उल्लेख है। मालूम हो कि अधिकांश शैक्षणिक और वैज्ञानिक सूत्रों का कहना है कि दुनिया की घटनाओं और नोस्त्रेदामस के शब्दों के बीच दिखाए गए संबंध काफी हद तक गलत व्याख्याओं या गलत अनुवाद का परिणाम है या फिर इतने कमजोर हैं कि उन्हें वास्तविक भविष्य बताने की शक्ति के साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत करना बेकार है। कुछ गलत व्याख्या या गलत अनुवाद तो जानबूझकर भी किए गए हैं। इसके बावजूद है भी बीसवीं शताब्दी में नास्त्रेदमस की कथित भविष्यवाणियां आम लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हो गईं और कई प्रमुख विश्व घटनाओं की भविष्यवाणियों का श्रेय उन्हें दिया गया।