उत्तराखण्ड
आज है सिकल सेल रोग दिवस : 5 लाख बच्चे सिकल सेल रोग के साथ होते हैं पैदा, आधे बच्चे मर जाते हैं बेमौत
आज है सिकल सेल रोग दिवस : 5 लाख बच्चे सिकल सेल रोग के साथ होता हैं पैदा, आधे बच्चे मर जाते हैं बेमौत
सीएन, नैनीताल। सिकल सेल रोग यानि एससीडी और विश्व भर में व्यक्तियों, परिवारों एवं समुदायों पर इसके प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रत्येक वर्ष 19 जून को विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस मनाया जाता है। सिकल सेल रोग एक आनुवंशिक रक्त विकार है, जो असामान्य लाल रक्त कोशिकाओं की विशेषता है जो अर्धचंद्र या हंसुआ का आकार लेते हैं तथा ये अनियमित आकार की कोशिकाएं रक्त वाहिकाओं में अवरोध पैदा कर सकती हैं जिससे विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य जटिलताएं हो सकती है। इस वर्ष विश्व सिकल रोग दिवस का विषय वैश्विक सिकल सेल समुदायों को बनाना और मजबूत करना, नवजात शिशु की स्क्रीनिंग को औपचारिक बनाना तथा अपनी सिकल सेल रोग की स्थिति जानना है। इस वर्ष का विषय सिकल सेल रोग से लड़ने में शिशुओं तथा वयस्कों में जीनोटाइप को समझने के लिए पहले चरण को पहचानने के बारे में है। यह विषय सिकल सेल रोग की स्थिति की पहचान करने में उन्नत तकनीक का उपयोग करने का भी आग्रह करता है। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग डीईपीडब्ल्यूडी देश के दिव्यांगजनों के सभी विकास कार्यक्रम की देख.रेख करने वाला नोडल निकाय है।
सिकल सेल रोग क्या है
यह एक आम वंशानुगत समस्या है, यह हीमोग्लोबिन में पायी जाने वाली एक असामान्यता है। सामान्य अवस्था में लाल रक्त कणिकाएं गोलाकार होती है और उनका जीवनकाल 120 दिन तक होता है। परन्तु सिकल सेल रोग में लाल रक्त कणिकाओं का आकार हंसिये ;एक किस्म का औज़ार की तरह होता है यह सख्त हो जाती है, इनका जीवनकाल मात्र 10.20 तक ही होता है। संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के अनुसार प्रतिवर्ष 5 लाख बच्चे सिकल सेल रोग के साथ पैदा होता है, उनमे से आधे बच्चे पांच वर्ष की आयु तक पहुँचने से पहले ही मर जाते हैं। इसकी उत्पत्ति 22 दिसंबर, 2008 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा पारित एक प्रस्ताव से हुई थी। संकल्प ने सिकल सेल रोग को वैश्विक स्वास्थ्य चिंता के रूप में मान्यता दी। यह रोग मुख्य रूप से अफ्रीकी, भूमध्यसागरीय, मध्य पूर्वी और दक्षिण एशियाई मूल के लोगों को प्रभावित करता है। यह दिवस सिकल सेल रोग इसके उपचार के उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाने तथा विश्व भर में इस रोग पर प्रभावी नियंत्रण प्राप्त करने के लिये मनाया जाता है। प्रथम विश्व सिकल सेल दिवस वर्ष 2009 में मनाया गया था। सिकल सेल दिवस के अवसर पर जनजातीय कार्य मंत्रालय, फिक्की, अपोलो हॉस्पिटल्स, नोवर्टिस और ग्लोबल अलायंस ऑफ सिकल सेल डिज़ीज़ आर्गेनाईज़ेशन द्वारा नेशनल सिकल सेल कॉन्क्लेव नामक वेबिनार का आयोजन किया गया।