उत्तराखण्ड
उत्तराखंड : नन्द किशोर जोशी को मिला रामधारी सिंह दिनकर साहित्य सेवा सम्मान
उत्तराखंड: नन्द किशोर जोशी को मिला रामधारी सिंह दिनकर साहित्य सेवा सम्मान
सीएन, बागेश्वर। नंद किशोर जोशी ने उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। ग्राम पाटली जिला बागेश्वर उत्तराखंड निवासी नन्द किशोर जोशी को रामधारी सिंह दिनकर साहित्य सेवा सम्मान मिला है। जायसवाल विचारक्रांति के नेतृत्व में नमो फाउंडेशन सिंगरौली द्वारा राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत व वीर रस के महान राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी की जयंती पर आयोजित प्रतियोगिता में चयनित होने पर श्रामधारी सिंह दिनकर साहित्य सेवा सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया। राजकुमार जायसवाल विचारक्रांति के नेतृत्व में आयोजित किए गए। इस प्रतियोगिता में देश-विदेश से सैकड़ों प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं, जिनमें से कुछ श्रेष्ठ साहित्यकारों को रामधारी सिंह दिनकर साहित्य सेवा सम्मान 2024 के लिए चयनित किया गया है। नमो फाउंडेशन सिंगरौली द्वारा हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले साहित्यकारों को एक ऑनलाइन प्रतियोगिता के माध्यम से सम्मानित किया गया है। जिसमें नन्द किशोर जोशी को उनकी साहित्यिक उपलब्धियों के आधार पर सम्मान के लिए चयनित किया गया है। नन्द किशोर जोशी हिंदी के साथ.साथ कुमाऊनी में भी कविताये लिखते हैं और वर्तमान में वापी गुजरात में रहते हुए और शब्द वीणा सहित्यिक संस्था के गुजरात प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में साहित्य सेवा कर रहे हैं। रामधारी सिंह दिनकर साहित्य सेवा सम्मान 2024 के आयोजक व संयोजक ने कहा कि नन्द किशोर जोशी की रचनाएं पढ़ते ही मन व हृदय को स्पर्श कर जाती है, इनके जैसे साहित्यकार ही समाज में परिवर्तन के वाहक बनकर, अपने जड़ों से जुड़कर व सनातन संस्कृति को प्रचारित करके भारत को पुनः विश्व गुरु बनाएंगे। नमो फाउंडेशन सिंगरौली इकाई द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में भारत के सभी राज्यों सहित विदेश के प्रतिभागी भी शामिल हुए थे। इस प्रतियोगिता में नवोदित साहित्यकारों के साथ कई दर्जन वरिष्ठ व अंतर्राष्ट्रीय पहचान वाले साहित्यकार जुड़े, जो नमो फाउंडेशन व आयोजक राजकुमार जायसवाल विचारक्रांति के लिए बहुत गर्व की बात है। इस सम्मान में नन्द किशोर जोशी को चयनित होने पर नमो फाउंडेशन सिंगरौली के जिला मंत्री व आयोजक राजकुमार जायसवाल विचारक्रांति ने हार्दिक बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है।