उत्तराखण्ड
यमुना नदी पर बनी परियोजना से अचानक छोड़ दिया गया पानी, बच्चों ने भागकर बचाई अपनी जान
यमुना नदी पर बनी परियोजना से अचानक छोड़ दिया गया पानी, बच्चों ने भागकर बचाई अपनी जान
सीएन, उत्तरकाशी। बच्चे अपने मवेशियों को चराने के लिए यमुना नदी तट पर गए थे, गर्मी के चलते बच्चे वहीं नदी तट नहाने लगे। इसी बीच जल विद्युत परियोजना का पानी छोड़ दिया गया। यमुनोत्री हाईवे पर खरादी में यमुना नदी पर बनी लघु जल विद्युत परियोजना से अचानक पानी छोड़ दिया गया। इस दौरान नदी तट पर पर नहा रहे आधा दर्जन बच्चों ने भागकर अपनी जान बचाई। लोगों का आरोप है कि पानी छोड़ने से पहले सायरन नहीं बजाया गया। इस लापरवाही के कारण बड़ा हादसा हो सकता था।जानकारी के मुताबिक बुधवार को यमुनोत्री हाईवे पर खरादी कस्बे के पास क्षेत्र के बच्चे अपने मवेशियों को चराने के लिए यमुना नदी तट पर गए थे, गर्मी के चलते बच्चे वहीं नदी तट नहाने लगे। इसी बीच जल विद्युत परियोजना का पानी छोड़ दिया गया। नदी का जलस्तर बढ़ता देख आसपास के लोगों ने शोर मचा दिया जिसके बाद बच्चों ने तेजी से भागकर अपनी जान बचाई। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता मनमोहन सिंह चौहान ने इसे परियोजना प्रबंधन की लापरवाही बताया और प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग कर भविष्य में पानी छोड़ने की चेतावनी व सायरन बजाने की व्यवस्था करने की मांग की। स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले परियोजना प्रबंधन के द्वारा पानी छोड़े जाने से पहले सायरन बजाकर आगाह किया जाता था, लेकिन अब सायरन नहीं बजाया जा रहा है, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बताया कि विगत माह भी ऐसी ही लापरवाही के कारण गंगनानी कुंड के निकट यमुना नदी में एक व्यक्ति फंस गया था, जिसे एसडीआरएफ के जवानों ने बचाया था। परियोजना प्रबंधक नीरज भट्ट का कहना है कि सायरन के साथ ही चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं। सायरन की आवाज कम होने से समस्या आ रही है। इसकी की आवाज बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।