उत्तर प्रदेश
बहराइच हिंसा : कैसे शुरू हुआ बवाल, जारी वीडियो हो सकता है हत्या का अहम सुराग
बहराइच हिंसा: कैसे शुरू हुआ बवाल, जारी वीडियो हो सकता है हत्या का अहम सुराग
सीएन, बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में फायरिंग होने की बात भी सामने आई है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने वाले अब बचेंगे नहीं। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि माहौल बिगाड़ने वाले अब किसी भी कीमत पर नहीं बचेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि उपद्रवियों की पहचान करें और कठोरतम कार्रवाई करें। अब गोली लगने से मारे गए रामगोपाल मिश्रा का आखिरी वीडियो आया है, जो जो अहम सुराग हो सकता है। उत्तर प्रदेश के बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच साम्प्रदायिक तनाव और हिंसा की घटना ने इलाके में अराजकता फैला दी है। प्रतिमा विसर्जन के जुलूस पर जमकर पत्थरबाजी की गई जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने हंगामा मचा दिया। घटना के दौरान फायरिंग होने की बात भी सामने आई है जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है और एक को लखनऊ रेफर किया गया है। घटना के बाद मौके पर पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए लाठीचार्ज किया, लेकिन आगजनी और हिंसा की वजह से माहौल और गरमा गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
हिंसा के बाद प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा कड़ी
बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी है। यह घटना तब हुई जब दो समुदायों के बीच आपसी कहासुनी के बाद तनाव बढ़ गया। चश्मदीदों के मुताबिक, रविवार शाम मूर्ति विसर्जन के दौरान डीजे पर बज रहे गाने को लेकर विवाद हो गया। दूसरे समुदाय के युवकों ने गाने का विरोध करते हुए गाली.गलौज शुरू कर दी और छत से पत्थरबाजी कर दी। इस पत्थरबाजी में मां दुर्गा की प्रतिमा खंडित हो गई, जिससे तनाव बढ़ गया। आरोप है कि विवाद के दौरान एक युवक को घर के अंदर ले जाकर गोली मार दी गई, जिससे रामगोपाल मिश्रा नामक व्यक्ति की मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और मामले की जांच जारी है। इस बीच घटना में मारे गए रामगोपाल मिश्रा का आखिरी वीडियो सामने आया है, जो अहम सुराग हो सकता है। यह वीडियो उस दुकान का है, जहां रामगोपाल मिश्रा की हत्या करने का आरोप लगा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और इस वीडियो को अहम सुराग माना जा रहा है। वीडियो में रामगोपाल मिश्रा दुकान के ऊपर दिख रहा है और पीछे से लोग जय श्रीराम के नारे लगा रहे हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी ने भी एक वीडियो शेयर किया है और गोपाल मिश्रा पर जबरन मुस्लिम घर में घुसकर भगवा झंडा लगाने का आरोप लगाया है। वीडियो में गोपाल पहले हरा झंडा गिराते और फिर भगवा झंडा लहराते नजर आ रहा है। समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, बहराइच में जिस गोपाल को गोली लगी है। गोपाल एक मुस्लिम घर में जबरन घुसा, वहां से हरा झंडा उतारा, फेंका और जबरन भगवा झंडा लहराया। अब इस मासूम गोपाल के मन में ये करने का जहर किसने भरा, कौन इस साजिश में शामिल है ये समझना कठिन नहीं है। इस सबमें भाजपा और भाजपा के सत्तालोभी नेता शामिल हैं, जो अगले चुनाव तक यूपी के माहौल को दंगा फसाद में झोंककर चुनाव जीतना चाहते हैं। अंततः एक मासूम से दंगाई बने गोपाल ने भाजपाई सियासत के चक्कर में अपनी जान गंवा दी। बहराइच का मामला पूरी तरह से इंटेलिजेंस फेल्योर, पुलिस फेल्योर, भाजपाई साजिश और भाजपाई सत्ता लोभी कुकृत्य का परिणाम है, जिसमें आम मासूम नौजवान शिकार बन रहे, माहौल खराब हो रहा और जानें जा रहीं। इस मामले को हिंदू मुस्लिम चश्मे से देखने के बजाय भाजपाई सत्ता लोभी साजिश के एंगल से देखेंगे, तभी सत्य दिखेगा। पुलिस ने बताया कि बहराइच जिले के हरदी क्षेत्र के महाराजगंज बाजार में रविवार को देवी दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन जुलूस के दौरान गोलीबारी और पथराव हो गया। इस घटना में एक युवक की मौत हो गई। घटना के विरोध में बड़ी संख्या में लोगों ने जिला अस्पताल के बाहर युवक का शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना में कम से कम सात अन्य लोगों के घायल होने की सूचना है। बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया, महसी तहसील के अंतर्गत महाराजगंज इलाके में तनाव था। जब एक जुलूस मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रहा था तभी दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति पर कथित तौर पर हमला किया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। यूपी के बहराइच जिले के एक गांव में रविवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है तथा करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है। इस हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।