नैनीताल
सावधान : कल 22 मई से शुरू हो रहा क्रुर नौतपा, प्रचंड गर्मी से बचें, बच्चों का रखें विशेष ध्यान
सावधान : कल 22 मई से शुरू हो रहा क्रुर नौतपा, प्रचंड गर्मी से बचें, बच्चों का रखें विशेष ध्यान
चन्द्रेक बिष्ट, नैनीताल। इन दिनों देशभर के अधिकांश इलाकों में असहनीय भयंकर गर्मी का मौसम जारी है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष ज्येष्ठ माह के दौरान नौतपा आरंभ हो जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नौतपा का मतलब नौ दिनों तक भयंकर गर्मी से होता है। नौतपा की शुरुआत तब होती है जब इस पृथ्वी पर प्रत्यक्ष देवता माने जाने वाले सूर्यदेव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हुए कुल 15 दिनों तक की यात्रा पर रहते हैं। इन 15 दिनों के शुरुआत नौ दिनों तक सबसे ज्यादा गर्मी होती है। दरअसल जब सूर्यदेव ज्येष्ठ माह में रोहिणी नक्षत्र में होते हैं तब सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ती है जिस कारण से प्रचंड गर्मी पड़ती है। नौतपा के दौरान सूर्य की किरणें सीधी पृथ्वी पर आती जिसके चलते तापमान बढ़ता है। ऐसे में लू लगने, डिहाइड्रेट के कारण डायरिया होने, पेचिस और उल्टियां होने की संभावना बढ़ जाती है। कई बार सिर में खून के गर्म होने से व्यक्ति की जान भी चली जाती है। बच्चों और वृद्धों को इस दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। बगैर कुछ खाए पिए घर से न निकलें। परंरपरा के अनुसार नौतपा के दौरान महिलाएं हाथ पैरों में मेहंदी लगाती हैं, क्योंकि मेहंदी की तासीर ठंडी होती है। इसके अलावा सिर पर चंदन लगा सकते हैं। दही, मक्खन, तरबूज, खरबूज, खीरा, गुलुकंद, ककड़ी, प्याज, खाएं। तली हुई या मसालेदार चीज़ों से दूर रहें, मांस न खाएं, मिर्च का उपयोग कम कर दें। गर्म खाद्य पदार्थ का सेवन न करें। बासी भोजन न करें। नारियल पानी, जलजीरा, नीम्बू पानी, लस्सी, मट्ठा (छांछ), आम का पना, बेल का रस और खस का शरबत पीएं। साफ पानी पीएं। इन सबके अलावा समय-समय पर आवश्यकता के अनुसार ग्लुकोज का सेवन करते रहें और अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल अनावश्यक न करें। एकदम ठंडा या फ्रिज का पानी न पीएं। मटके का पानी पीएं। शराब, कॉफी या कैफीन से बचें। नरम, मुलायम, सूती कपड़े पहनें जिससे हवा और कपड़े शरीर के पसीने को सोखते रहे। नौतपा के दौरान खुले शरीर बाहर न निकलें, टोपी पहने, कानों को ढंककर रखें और आंखों पर धूप का चश्मा जरूर लगाएं। एसी से निकलते ही एकदम धूप या गर्मी में न जाएं या तेज गर्मी से एकदम एसी में न जाएं। नार्मल टेंप्रेचर में रहें। यदि लू लगने के लक्षण नजर आते हैं तो पैरों के तलवे में प्याज का का रस लगाएं या कटा हुआ प्याज घिसे। ज्यादा परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। नौतपा के दौरान बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
नौतपा को लेकर क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस साल सूर्यदेव 22 मई को सुबह 08 बजकर 16 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इसी के साथ नौ दिनों तक नौतपा की शुरुआत हो जाएगी। सूर्य रोहिणी नक्षत्र में 5 जून तक रहेंगे। इसी के साथ नौतपा खत्म हो जाएगा। इसके बाद मानसूनी हवाएं भारत के दक्षिणी राज्यों से गुजरते हुए उत्तर पश्चिम की अओर बढ़ेगा। मौसम विभाग के अनुसार इस बार मानसून कुछ बिलंब से सक्रिय हो.रहा है।