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बांग्लादेश : मंदिरों पर हमले, घरों में लूटपाट, महिलाओं से बदसलूकी, शेख हसीना कुछ भी नही ला सकीं भारत
बांग्लादेश : मंदिरों पर हमले, घरों में लूटपाट, महिलाओं से बदसलूकी, शेख हसीना कुछ भी ना ला सकीं भारत
सीएन, नईदिल्ली। बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद व्यापक हिंसा देखने को मिल रही है। राजधानी ढाका, चटगांव और कुलना समेत अन्य क्षेत्रों में विशेष रूप से हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। हिंसा के दौरान जेल से फरार हुए कैदी हथियारों के साथ खुलेआम घूमते हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान हुई हिंसा में कई हिंदू मंदिरों, घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की गई है। महिलाओं पर हमला किया गया है साथ ही अवामी लीग पार्टी से जुड़े कम से कम दो हिंदू नेताओं की हत्या कर दी गई है। कट्टरपंथी हिंदुओं की संपत्तियों को चुन-चुनकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। मंदिर हो या गुरुद्वारा हर स्थान पर हमले हुए हैं। जानकारी के मुताबिक हमलावरों ने दुकानों, मंदिरों और घरों में लूटपाट की और हिंदू महिलाओं पर हमला किया। जिन जिलों में धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनके घरों या व्यवसायों पर हमला किया गया उनमें पंचगढ़, दिनाजपुर, रंगपुर, बोगुरा, सिराजगंज, शेरपुर, किशोरगंज, पश्चिम जशोर, मगुरा, नरैल, दक्षिणपश्चिम खुलना, पटुआखली, सतखीरा, मध्य नरसिंगडी, तंगैल, उत्तर पश्चिम लक्खीपुर, फेनी, चटगांव और हबीगंज शामिल हैं। ढाका ट्रिब्यून कूी खबर के मुताबिक राजधानी ढाका समेत देश के ज्यादातर शहरों के पुलिस थानों में अभी कोई पुलिस कर्मी नहीं है। पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि देशभर में 400 से अधिक थानों पर हमले, तोड़फोड़, आगजनी और लूटपाट हुई है। पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने 1971 के बाद से ऐसी स्थिति नहीं देखी है। कई जगहों पर पुलिस और उग्र भीड़ के बीच झड़पें हुईं हैं। पुलिस थानों और अन्य केंद्रों पर हमलों में कई पुलिस कर्मी हताहत हुए हैं। बांग्लादेश के फेमस सिंगर राहुल आनंद का ढाका के धानमंडी में 140 साल पुराना घर उपद्रवियों ने फूंक दिया है। उपद्रवियों ने इसे जलाने से पहले घर में जमकर लूटपाट भी की। लूटपाट और आगजनी में उनके 3000 म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स भी बर्बाद हो गए जिनमें से कई को उन्होंने अपने हाथ से बनाया था। भीड़ के घर में घुसने से पहले राहुल अपनी पत्नी और बेटे के साथ कहीं और चले गए थे जिसकी वजह उनकी और परिवार की जान बच गई। बांग्लादेश में हिंदुओं के हालात पर विश्व हिंदू परिषद ने चिंता जाहिर की है। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि वहां पर अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक दिन पहले उग्र भीड़ ने पंचगढ़ जिले में 22, झीनैदाह में 20 घरों और जैसोर में 22 दुकानों को निशाना बनाया। उन्होंने भारत सरकार ने हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर अपील की है। बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के घरों, मंदिरों और उनके व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाए जाने पर केंद्र सरकार ने भी चिंता जताई है। सरकार का कहना है कि वहां के मौजूदा हालात पर उनकी बारीक नजर है। बांग्लादेश सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों को सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पड़ोसी देश की स्थिति चिंताजनक है, भारत सरकार वहां के मौजूदा तंत्र के साथ संपर्क में है।
शेख हसीना कुछ भी साथ ना ला सकीं भारतीय अधिकारियों ने कराई शॉपिंग
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत में हैं। उनकी सरकार के खिलाफ हुए विद्रोह से बचने के लिए शेख हसीना इस्तीफा देकर भारत आईं हैं। इस बीच खबर आई है कि उन पर देश छोड़ने का इतना प्रेशर था कि वो अपने साथ रोज़मर्रा की ज़रूरत का सामान भी नहीं ले जा सकीं। रिपोर्ट के मुताबिक शेख हसीना के साथ भारत आई उनकी टीम के पास कुछ भी नहीं था। वो इतनी जल्दबाज़ी में आए थे कि उनके पास रोज़मर्रा की ज़रूरत का सामान भी नहीं था। चूंकि विद्रोही प्रधानमंत्री आवास के अंदर घुस चुके थे लिहाज़ा उन्हें जल्दबाज़ी में सब कुछ छोड़कर भागना पड़ा। शेख हसीना के साथ मौजूद भारत की प्रोटोकॉल ऑफिस टीम ने उन्हें कपड़े व अन्य ज़रूरत का सामान खरीदने में मदद की। जब तक उन्हें किसी और देश में शरण नहीं मिल जाती तब तक भारत ने उन्हें रहने की अनुमति दी है। शेख हसीना इस वक्त हिंडन एयरबेस के पास एक घर में रह रही हैं। वो और उनका पूरा दल इस समय भारी तनाव में हैं। भारतीय टीम और सुरक्षाकर्मी उन्हें इस तनाव से उबरने में मदद कर रहे हैं।