अंतरराष्ट्रीय
2 अक्टूबर गांधी व शास्त्री का जन्मदिन : अपने विचारों से दुनियाभर में अपनी अमिट छाप छोड़ी
2 अक्टूबर गांधी व शास्त्री का जन्मदिन: अपने विचारों से दुनियाभर में अपनी अमिट छाप छोड़ी
सीएन, नई दिल्ली। आज 2 अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 154 वीं जयंती है। साथ ही देश भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 119 वीं जयंती भी मना रहा है। दोनों महान हस्तियों ने अपने कार्यों और विचारों से देश और दुनियाभर के जनमानस पर अपनी एक अमिट छाप छोड़ी है। अंग्रेजों को भारत से खदेड़ने में महात्मा गांधी की ओर से चलाए गए सत्याग्रह जन आंदोलनों की बड़ी भूमिका बताई जाती है। वहीं, भारत के स्वतंत्रता संग्राम में लाल बहादुर शास्त्री का भी महत्वपूर्ण योगदान है। महात्मा गांधी हमेशा लोगों को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की सीख देते थे और लाल बहादुर शास्त्री की छवि भी सबसे ईमानदार नेता की है। महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को उनकी स्मृति में अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 15 जून 2007 को 2 अक्टूबर की तारीख को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव पारित किया था। यह दिन देश की दो महान विभूतियों के जन्मदिन के तौर पर इतिहास के पन्नों में दर्ज है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 2 अक्टूबर 1869 को पैदा हुए और उनके कार्यों और विचारों ने आजाद भारत को आकार देने में बड़ी भूमिका निभाई। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को हुआ। उनकी सादगी और विनम्रता के लोग कायल थे। 1965 के भारत पाक युद्ध के दौरान दिया गया जय जवान जय किसान का उनका नारा आज के परिप्रेक्ष्य में भी सटीक और सार्थक है।
देश दुनिया के इतिहास में 2 अक्टूबर की तारीख
1836 प्रकृतिविद् चार्ल्स डारविन अपने अध्ययन से जुड़ी महत्वपूर्ण सामग्री एकत्र करके पांच बरस की यात्रा के बाद इंग्लैंड वापिस लौटे। 1869 मोहनदास करमचंद गांधी का गुजरात के पोरबंदर में जन्म । देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले इस संत ने अपनी निस्वार्थ भावना और हथियार उठाए बिना अंग्रेजों को देश से खदेड़ बाहर किया और महात्मा कहलाए। 1904 लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन। एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ ही वह अपनी सादगी और जय जवान जय किसान के नारे के साथ जन जन में लोकप्रिय हुए। 1965 के भारत पाक युद्ध के समय उन्होंने पूरी दृढ़ता से दुश्मन को मात दी।1906 राजा रवि वर्मा का निधन।1929 गांधी जी ने नवजीवन कार्यालय को एक सार्वजनिक न्यास बनाया। 1951 श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भारतीय जन संघ की स्थापना की। 1952 सामुदायिक विकास कार्यक्रम की शुरूआत। 1955 मद्रास के पेरंबूर में इंटिग्रल कोच फैक्टरी ने रेल का पहला डिब्बा बनाया।1961 बम्बई में शिपिंग कोरपोरेशन ऑफ इंडिया की स्थापना। 1968 मैक्सिको सिटी में होने वाले ओलंपिक खेल शुरू होने से पहले छात्रों का खूनी आंदोलन। पुलिस के साथ संघर्ष में 25 की मौत। 1968 ब्रिटेन की एक महिला ने एक साथ छह बच्चों को जन्म दिया। देश के इतिहास में पहली बार बर्मिंघम की शीला थोर्न्स ने गर्भ की निर्धारित अवधि से दो महीने पहले आपरेशन के जरिए चार लड़कों और दो लड़कियों को जन्म दिया। 1971 बिरला सदन को भारत के राष्ट्रपति ने देश को समर्पित किया। महात्मा गांधी की हत्या इसी भवन में की गई थी और इसका नाम बदलकर गांधी सदन कर दिया गया। 1985 दहेज निषेध संशोधन अधिनियम लागू।1988 मंडपम और पंबन को जोड़ने वाले समुद्र के ऊपर बने उस समय के सबसे बड़े सड़क पुल को यातायात के लिए खोला गया। 2000 भारत और रूस के बीच पुराने दोस्ताना संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ते हुए रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन चार दिन की यात्रा पर दिल्ली पहुँचे। 2001 19 देशों के संगठन नाटो ने अफ़ग़ानिस्तान पर हमले के लिए हरी झंडी दी। 2006 परमाणु ईधन आपूर्ति मामले में दक्षिण अफ़्रीका ने भारत को समर्थन देने का फैसला किया।