अंतरराष्ट्रीय
इमरान का समर्थन करने पर पाक सेना में फूट, 3 कोर कमांडर ने नहीं माना देखते ही गाेली मारने का आदेश
इमरान का समर्थन करने पर पाक सेना में फूट, 3 कोर कमांडर ने नहीं माना देखते ही गाेली मारने का आदेश
सीएन, इसलामाबाद। पाकिस्तान की राजनीति में पासा पलट गया है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस उमर अता बांदियाला ने गुरुवार शाम पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी को अवैध करार दिया। वहीं, एक घंटे की सुनवाई के बाद तुरंत रिहाई के आदेश दिए। गिरफ्तारी के 48 घंटे के अंदर ही इमरान को रिहा करते हुए चीफ जस्टिस बांदियाल ने कहा, हाईकोर्ट परिसर से की गई गिरफ्तारी न्यायपालिका के इतिहास का सबसे अपमानजनक वाकया है। पूर्व पीएम की गैरकानूनी गिरफ्तारी के बाद जिस प्रकार से उपद्रव हुआ वो सही नहीं है। आज भी पाकिस्तान में सियासी हलचल रहने की उम्मीद है। इमरान खान के मुद्दे पर पाकिस्तान सेना में फूट पड़ गई है। जानकारी के मुताबिक, इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद जब बवाल मचा तो सेना ने मोर्चा संभाला। तब सेना की ओर से प्रदर्शनकारियों पर देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए थे, लेकिन पाकिस्तान के 3 कोर कमांडर ने इस आदेश का पालन नहीं किया। इनमे कराची और खैबर पख्तूनवा के कमांडर शामिल हैं। खबर है कि अब सेना ने कार्रवाई करते हुए इमरान समर्थक अपने 100 अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। इमरान खान को पुलिस रेस्ट हाउस से शुक्रवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट में पेश होना है। यहां इमरान ने तोशखाना केस में जमानत अर्जी लगाई है। पूर्व पीएम की गिरफ्तारी को जायज ठहराने वाले हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस आमिर फारूक अब इमरान के केस में सुनवाई नहीं करेंगे। सुनवाई के बाद इमरान खान जनता को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आर्मी चीफ आसिम मुनीर के साथ इमरजेंसी बैठक बुलाई है। इमरान को मंगलवार को नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो ने ट्रस्ट से जुड़े एक घोटाले में गिरफ्तार किया था। इमरान खान आठ दिन की एनएबी ही हिरासत में थे। चीफ जस्टिस बांदियाल ने इमरान खान से कहा कि आपके समर्थकों द्वारा हिंसा करना गलत था। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री को नसीहत दी कि वह अपने विरोधियों से बातचीत कर सुलह करें। पीएमएलएन की मरियम नवाज ने कहा कि 60 अरब के घोटालेबाज को रिहा करने के बाद अब चीफ जस्टिस बांदियाल को अपनी सास के समान इमरान की पार्टी में शामिल हो जाना चाहिए। गुरुवार को इमरान खान के करीबी सहायक और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को भी गिरफ्तार कर लिया। उन पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया गया है। पीटीआई ने दावा किया कि इस्लामाबाद पुलिस उन्हें अज्ञात स्थान पर ले गई है।