उत्तराखण्ड
पिथौरागढ़ में 30 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में 43 लोग गिरफ्तार
गंवा चुके हैं ठगों का शिकार हुए कई परिवार अपने जीवन भर की पूंजी
सीएन, पिथौरागढ़। पुलिस ने फाइनेंशियल फ्राड के मामले में शानदार सफलता अर्जित की है। जिले में एक वर्ष के दौरान दर्ज 57 मामलों में 43 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों ने तीस करोड़ का फ्राड किया था। पिथौरागढ़ जिले में फाइनेंशियल फ्राड के मामले पिछले एक वर्ष में खासे उछाल में रहे। शेयर मार्केट के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी, रेलवे में भर्ती के नाम पर लाखों की ठगी, मोबाइल टॉवर के नाम पर लोगों से लाखों की ठगी के मामले प्रमुख हैं। पुलिस ने जिले भर में ऐसे 57 मामले दर्ज किए थे। जिले का कार्यभार संभालने के बाद पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने इन मामलों में विशेष पहल की। उन्होंने कई टीमें गठित कर करीब 30 करोड़ के घोटाले में शामिल 43 लोगों को गिरफ्तार कराया। पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि फाइनेंशियल फ्राड के मामले में पिथौरागढ़ पुलिस की उपलब्धि उल्लेखनीय रही है। कई मामलों में आरोपियों को पकड़ा जा चुका है। कुछ की तलाश की जा रही है। जल्द ही कुछ और सफलता मिलेगी। ठगी का शिकार हुए लोगों ने पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि पुलिस की तत्परता से भविष्य में लोगों को ठगी का शिकार बनाने की योजना बना रहे लोगों को सबक मिलेगा और इस तरह के अपराध में कमी आएगी। सीमांत जिले पिथौरागढ़ में शेयर मार्केट इवेंस्टमेंट के नाम पर करोड़ों ठगी का मामला पिथौरागढ़ जिले में चर्चाओं में रहा। अलग-अलग लोगों ने पूर्व सैनिकों, महिलाओं, शिक्षकों, व्यापारियों से करोड़ों की ठगी की। ठगी के मामले में अब तक आधा दर्जन लोगों को पुलिस देश के अलग-अलग हिस्सों से गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले का एक मास्टर माइंड अभी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। पुलिस की इसकी तलाश में कई टीमें लगा रखी हैं। इस पर ईनाम घोषित किया गया है। ठगों का शिकार हुए कई परिवार अपने जीवन भर की पूंजी गंवा चुके हैं।