क्राइम
प्रेमिका की ब्लैकमेलिंग के आगे युवक ने टेके घुटने, पत्नी और बेटे की कर दी हत्या
प्रेमिका दे रही थी धमकी मुझसे शादी नहीं की तो बलात्कार के मामले में फंसा देगी
सीएन, बड़नगर/उज्जैन। बड़नगर तहसील के गांव जलोदिया में हुए दोहरे हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा हो गया है। पति देवा ने ही पत्नी संगीता और मासूम बेटे मनोज को मौत के घाट उतारा था। हालांकि पुलिस को पूर्व से ही महिला के पति देवा पर शक था। आरोपी पति ने पूछताछ में बताया कि उसकी प्रेमिका शादी के लिए दबाव बना रही थी, वह कह रही थी कि मुझसे शादी नहीं की तो बलात्कार के मामले में फंसा देगी। इस कारण उसने पहले रस्सी से गला घोंटकर पत्नी की हत्या की, इसके बाद बेटे का भी गला घोंट दिया। हत्या वाली रात देवा अपनी प्रेमिका से बात कर रहा था, तभी पति और पत्नी के बीच विवाद हुआ था। इसके बाद देवा ने वारदात को अंजाम दिया। यह सनसनीखेज हत्याकांड सोमवार सुबह सामने आया तो आरोपी देवा रस्सी से हाथ पैर बंधा अचेत हालत में मिला था। इसके बाद पुलिस को उस पर शक हुआ और खोजबीन की तो उसके मोबाइल कॉल डिटेल से पता चला कि देवा ने रात 1.30 बजे किसी महिला से बात की थी। जांच की तो पता चला देवा इस महिला के साथ एक साल पहले भाग चुका था। जबकि देवा ने बयान दिए थे चार पांच लोग उसके घर में घुस आए थे और उन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है। एफएसएल व पुलिस को यहां संघर्ष के कोई निशान नहीं मिले थे। वहीं इस वारदात की जानकारी भी पुलिस को खेत मालिक कन्हैयालाल यादव ने दी थी, जिनके यहां देवा हाली का काम करने एक माह पूर्व ही रतलाम के निनामा से आया था। मामले में पुलिस ने देवा पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। रात 10.30 बजे देवा ने हत्याकांड को अंजाम दिया था। फिर रात 1.30 बजे उसने प्रेमिका को कॉल कर बताया कि उसने उसकी पत्नी और बेटे को मार दिया है। मगर प्रेमिका हत्यारे प्रेमी देवा की बातों को मजाक समझी, लेकिन जब अगले दिन बड़नगर पुलिस शव लेकर बाजना गांव पहुंची तब प्रेमिका को पता चला कि देवा ने वाकई में दोनों की हत्या कर दी। प्रेमिका के बयान के बाद पुलिस ने देवा से सख्ती से पूछताछ की तो उसने भी अपना जुर्म कबूल कर लिया। एसपी सत्येंद्रकुमार शुक्ल, एएसपी आकाश भूरिया मॉनिटरिंग कर रहे थे। उन्होंने एसडीओपी रवींद्र बोयट के साथ घटना स्थल का निरीक्षण कर मामले का जल्द खुलासा करने को कहा था। जांच में टीआई मनीष मिश्र के साथ एसआई सुरेंद्रसिंह गरवाल, जितेंद्र पाटीदार, हेमंतकुमार कटारे, एएसआई मानसिंह वास्कले, शैतानसिंह, प्रभुलाल मुनिया, मुकेश मीणा, आरक्षक महेश मौयज़्, नितेश रायकवार, रूपेश, मुकेश नागर, संदीप बामनिया, अशोक चौहान, अजय चौहान, महिला आरक्षक ज्योति, सैनिक गोविंद, गोवर्धन को लगाया जिन्होंने हत्या का खुलासा किया है।