आपदा
उत्तराखंड: बारिश से भारी नुकसान, घरों में घुसा मलबा, आकाशीय बिजली से 30 बकरियों की मौत
उत्तराखंड: बारिश से भारी नुकसान, घरों में घुसा मलबा, आकाशीय बिजली से 30 बकरियों की मौत
सीएन, चमोली/उत्तरकाशी। उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में मौसम का कहर जारी है उत्तरकाशी के मोरी तहसील के नुराणू के जनगलों में आकाशीय बिजली गिरने से करीब 30 बकरियों की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही राजस्व विभाग की टीम मौके के लिया रवाना हो गई है। उधर रविवार देर रात हुई बारिश के कारण चमोली में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सिमली में बारिश के कारण सात घरों में मलबा घुस गया है। लोगों को देर रात अपनी जान बचाने के लिए घरों से बाहर भागना पड़ा। उत्तरकाशी में घटना के बाद तहसीलदार मोरी ने जिला अधिकारी को पत्र लिखकर मौके पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी को भेजने के निर्देश दिए हैं। घटना के बाद बकरी मालिक शासन और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। बता दें ये सभी लोग इन्ही बकरियों से अपना जीवन व्यापन करते थे। बता दें मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार सोमवार को देहरादून, चमोली, बागेश्वर, नैनीताल, पिथौरागढ़ जिले में कहीं-कहीं भारी बारिश होने के आसार हैं। जिसे देखते हुए मौसम वैज्ञानिकों ने येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही संवेदनशील इलाकों में सावधानी बरतने की अपील की है। चमोली के सिमली में बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है। बारिश के चलते नदी.नाले उफान पर आ गए हैं। कई घरों में मलबा घुस गया तो कई घर मलबे में दब गए। देर रात लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों से बाहर भागे। मलबे में कई वाहन दबे होने की सूचना है। मिली जानकारी के मुताबिक रात करीब ढाई बजे लगातार हो रही बारिश के कारण गधेरे उफान पर आ गए। जिस कारण इसके आस-पास रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया। जब तक लोग संभल पाते तो सात से भी ज्यादा मकान इसकी चपेट में आ गए। लोग जान बचाने के लिए घरों से बाहर भागे। जैसे ही मलबा लोगों के घरों में घुस रहा था लोग अपनी जान बचाने के लिए बाहर भागे। लेकिन नरेंद्र सिंह बिष्ट के मकान में किराए पर रह रहा कैलाश चमोली बाहर नहीं निकल पाए। उनके बच्चे और पत्नी तो बाहर आ गए थे लेकिन वो मकान के अंदर ही फंस गए। आनन-फानन में लोगों ने मकान का दरवाजा तोड़ा और उन्हें बाहर निकाला।