नैनीताल
अवैध तरीके से चल रहे तीन क्लीनिकों को किया सील
मिलावट खोर के सैंपल जांच को भेजे, डेयरी मालिक ने दूध में डाले की मिलावट को स्वीकार
सीएन, हल्द्वानी। जिलाधिकारी वंदना सिंह के निर्देशों में रविवार को हल्द्वानी में प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमों ने नगर में अवैध रूप से चल रहे क्लीनिकों और डेयरी में छापेमारी कर कार्यवाही की। सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह के नेतृत्व में टीम ने बनभूलपुरा लाइन नंबर 17 और इंदिरा नगर क्षेत्र में 6 क्लीनिकों के दस्तावेज जांच की। जिसमें 3 क्लीनिकों के दस्तावेज नियमानुसार नहीं मिले और कई कमियां पाई। संयुक्त टीम ने बंगाली मेडिकोज समेत अन्य दो क्लीनिक में क्लीनिक एस्टेब्लिश्मेंट एक्ट के विभिन्न प्रावधानों के अंतर्गत चालान कर सील कर दिया। कहा कि अवैध तरीके से क्लीनिक या मेडिकल स्टोर संचालित होने से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। उनके खिलाफ प्रशासन के माध्यम से आगे भी कार्रवाई की जाएगी। इस तरह के अभियान निरंतर चलते रहेंगे। वहीं प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने बरेली रोड, मंगल पड़ाव और पीलीकोठी समेत आसपास के विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया। जिसमें मंगल पड़ाव स्थित गोपाल जी डेयरी में निरीक्षण में डालडा की मिलावट के संदेह के आधार पर घी और पनीर का सैंपल राज्य खाद्य विश्लेषणशाला रुद्रपुर भेजा गया। मौके पर प्रतिष्ठान स्वामी ने डालडा में मिलावट की बात स्वीकार की, जिस पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि सैंपल की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं मानक के तहत आगे की कार्यवाही की जाएगी। पीलीकोठी स्थित आंचल मिल्क पालर डेयरी के निरीक्षण के दौरान प्रतिष्ठान स्वामी खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत पंजीकरण पेश नहीं कर सका, साथ गजक का नमूना संग्रहित कर खाद्य प्रयोगशाला को भेजी गई। इस दौरान बरेली रोड में फलों के गोदामों का निरीक्षण भी किया गया। अधिकारियों ने बताया कि फलों को पकाने में कार्बाइड का प्रयोग करने वालों पर कार्रवाही की जाएगी। इस दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रजत भट्ट, अर्बन हेल्थ ऑफिसर राघवेंद्र रावत, प्राधिकरण से अंकित, औषधि निरीक्षक मीनाक्षी बिष्ट, खाद्य सुरक्षा अधिकारी अभय कुमार, संजय कुमार आदि मौजूद रहे।