नैनीताल
नहीं रहे महायोगी पायलट बाबा, गेठिया आश्रम में सन्नाटा पसरा, हरिद्वार में होगा अंतिम संस्कार
सीएन, नैनीताल। महायोगी पायलट बाबा का गत मंगलवार को 90 वर्ष की आयु में कोकिला बहन अस्पताल मुबंई में निधन हो गया है। उनके निधन के बाद उनके गेठिया नैनीताल स्थित आश्रम सहित देश विदेश स्थित आश्रम में शोक की लहर दौड़ गई। महायोगी पायलट बाबा के महाप्रयाण के बाद गेठिया नैनीताल स्थित पायलट बाबा आश्रम में सन्नाटा पसरा हुआ है। मूल रूप से बिहार निवासी और भारतीय वायु सेवा में विंग कमांडर रहे महायोगी पायलट बाबा ने गेठिया में 1980 के दौरान आश्रम की स्थापना की। आज एक बड़े आश्रम के तौर पर स्थापित हो चुका है। आश्रम में देवी देवताओं की दर्जनों मूर्तियां स्थापित है। लगभग 100 कमरे वाले आश्रम में हनुमान जी की 50 फीट और गणेश जी की 18फिट ज्यादा ऊंची मूर्ति, प्रवेश द्वार में जल सेवा के लिए बनी गाय जिसके थनों से पेय जल मिलता है, आकर्षण का केंद्र है। आश्रम में भ्रमण के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते है। गेठिया आश्रम मे बाबा ने कई बार और जापानी शिष्या द्वारा एक बार जमीन के नीचे समाधि ली गईं। आश्रम स्थापना के बाद लंबे समय तक हर दूसरे तीसरे वर्ष विशाल धार्मिक आयोजन होते रहते थे। बीते वर्ष 2023 जून में बाबा आखरी बार एक दिन के प्रवास में आए थे। महायोगी पायलट बाबा का संत समाज व भक्तों द्वारा अंतिम संस्कार हरिद्वार में किया जायेगा।