नैनीताल
भारत के मानसरोवर यात्रा मार्ग के लिए खरीदी गई थार जीप नही पहुंच पाई गुंजी
जीपों का संचालन बिनसर, जिम कार्बेट रामनगर व नैनीताल मुख्यालय में कर रहा है निगम
चन्द्रेक बिष्ट, नैनीताल। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग के यात्रियों को गुंजी से नाभिढांग पड़ाव तक ले जाने के लिए कुमाऊं मंडल विकास निगम नैनीताल द्वारा कुछ वर्ष पूर्व खरीदी गई चार थार जीपों में से तीन जीपें आज तक गुंजी नही पहुंच पाई है। कोरोना काल से आज तक तिब्बत के हिन्दू धार्मिक स्थल मानसरोवर की यात्रा संचालित नही हो सकी है, लेकिन आदि कैलास यात्रा कोरोना काल के बाद जारी है। इस यात्रा के लिए निगम ने महज एक ही जीप गुंजी भेजी। इस जीप का संचालन 15 नवंबर से बंद कर दिया गया है। मालूम हो कि नाभिढांग तक 28 किमी मोटर मार्ग बन जाने के बाद यात्रियों को थार जीपों से सफर करने के लिए कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा कोरोना काल से पूर्व खरीदी गई चार थार जीप निगम ने एक जीप का उपयोग आदि कैलास के लिए किया है। शेष जीपों का संचालन बिनसर, जिम कार्बेट रामनगर व नैनीताल मुख्यालय किया जा रहा है। निगम द्वारा इन जीपों का क्रय मानसरोवर यात्रा में जाने वाले यात्रियों को गुंजी से नाभीढांग तक 28 किमी ले जाने व वापस लाने के लिए किया था। माना जा रहा है कि यदि आगामी मानसरोवर यात्रा अप्रैल से शुरू होती है तो इन जीपों का उपयोग हो सकता है। हालांकि इन जीपों का खरीदने का उद्देश्य सीमांत के गांवों के लोगों को भी वाहन सुविधा देना था, लेकिन ऐसा नही हो रहा है। सीमांत के लोगों को निगम की ओर से कोई सुविधा नही मिल रही है। चीन सीमा में गुंजी से नाभिढांग तक सड़क का निर्माण हो चुका है।
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नैनीताल। निगम के महाप्रबंधक एपी बाजपेयी का कहना है कि मानसरोवर यात्रा के लिए खरीदी गई चार जीपों में एक जीप का संचालन गुंजी में इस बार आदि कैलास यात्रा के लिए किया गया। अब इसका संचालन 15 नवंबर से बंद कर दिया गया है। शेष जीपों का संचालन बिनसर, जिम कार्बेट रामनगर व नैनीताल मुख्यालय में किया जा रहा है। इन जीपों के गुंजी से संचालन के लिए सम्भागीय परिवहन प्राधिकरण से वाहनों के लिए स्वीकृति ली गई थी। कोरोना काल के बाद कैलास मानसरोवर यात्रा बंद होने के कारण जीपों का संचालन गुंजी से नही किया जा सका। यदि अगले साल कैलास मानसरोवर यात्रा होती है तो इनका उपयोग गुंजी से किया जायेगा। आगामी आदि कैलास यात्रा में यात्रियों की मांग पर इनका उपयोग किया जायेगा।
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बंद मानसरोवर यात्रा से निगम को हो चुका है 12 करोड़ से अधिक का घाटा
नैनीताल। निगम सूत्रों के मुताबिक कोरोना काल से बंद कैलास मानसरोवर यात्रा के कारण निगम को 12 करोड़ 50 लाख का घाटा हो चुका है। प्रतिवर्ष ढाई करोड रूपया इस यात्रा से मिलता रहा है। इन पांच वर्षों में यात्रा संचालित नही होने से निगम को नुकसान उठाना पडा है। मालूम हो कि विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित इस धार्मिक यात्रा का संचालन कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा किया जाता है। यात्रा दिल्ली से शुरू होकर पिथौरागढ़ जिले से होते हुये भारत-तिब्बत सीमा से चीन में प्रवेश करती है। जिसके बाद तिब्बत स्थित कैलास मानसरोवर की परिक्रमा की जाती है। वर्ष 1980 से यह यात्रा संचालित की जा रही है। वर्ष 1994 में मालपा हादसे के कारण यह यात्रा संचालित नही हो पाई। अब यह यात्रा 2019 से अब तक संचालित नही हो पाई है।