पर्यावरण
16 सितंबर विश्व ओजोन दिवस: संरा व 45 अन्य देशों ने ओजोन बचाने को की संधि
16 सितंबर विश्व ओजोन दिवस: संरा व 45 अन्य देशों ने ओजोन बचाने को की संधि
चन्द्रेक बिष्ट, नैनीताल। दुनियाभर में 16 सितंबर का दिन विश्व ओजोन दिवस के रूप में मनाया जाता है। धरती के चारों ओर स्थित ओजोन परत के संरक्षण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से विश्व ओजोन दिवस मनाया जाता है। बात ओजोन दिवस के इतिहास की करें, तो 19 दिसंबर 1964 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने ओजोन परत के संरक्षण के लिए 16 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय ओजन दिवस मनाने की घोषणा की। यही नहीं संयुक्त राष्ट्र और 45 अन्य देशों ने ओजोन परत को खत्म करने वाले पदार्थों पर मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर 16 सितंबर 1987 को हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद पहली बार 16 सितबर 1995 को विश्व ओजोन दिवस मनाया गया और इसके बाद से हर साल ये दिन मनाया जाता है। ओजोन एक गैस है, जो धरती के वायुमंडल की निचली और ऊपरी दोनों सतह पर पाई जाती है। जब ओजोन गैस धरती की निचली वायुमंडल में होती है तो इसके हानिकारक प्रभाव होते हैंए लेकिन जब ओजोन गैस धरती की ऊपरी वायुमंडल ट्रोपोस्फीयर और स्ट्रेटोस्फीयर में होती है तो यह सूर्य से आने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों को रोकने में मदद करती है। सूर्य से आने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों के संपर्क के सीधे संपर्क में आने वाले स्किन कैंसर जैसी बीमारी होने का खतरा रहता है। ओजोन परत धरती से ऊपर 9 से 50 किमी के दायरे में स्थित है। हमारी पृथ्वी पर बढ़ते प्रदूषण के कारण ओजोन गैस की इस परत को लगातार क्षति पहुंच रही थी और यह परत धीरे धीरे खत्म होती जा रही थी। ओजोन परत की क्षति को रोकने के लिए दुनियाभर के देशों ने साल 1987 में मोंट्रियल प्रोटोकॉल नाम से एक संधि की थी। इस संधि के मुताबिक दुनिया के सभी देश ओजोन परत को संरक्षण के लिए एक साथ आए। मोंट्रियल प्रोटोकॉल 16 सितंबर 1987 को लागू किया गया था, इसलिए साल 16 सितंबर को विश्व ओजोन दिवस मनाया जाता है। मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के तहत हाइड्रो फ्लोरो कार्बन के उत्पादन और खपत को चरणबद्ध तरीके से कम किया जा रहा है। क्लोरो फ्लोरो कार्बन के कारण ही ओजोन परत को नुकसान पहुंचता है। मॉन्ट्रियल संधि के लागू होने के बाद लगातार ओजोन संकट कम हो रहा है। मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के वैज्ञानिक मूल्यांकन पैनल के ताजा अपडेट के अनुसार ओजोन परत की रिकवरी ट्रैक पर है और अंटार्कटिका पर 20 विश्व ओजोन दिवस का विषय हर साल बदलता है और यह एक महत्वपूर्ण मौका प्रदान करता है जिसमें ओजोन परत के संरक्षण से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार किया जाता है। इस दिन को मनाकर हम सभी ओजोन परत के महत्व को समझते हैं और उसके संरक्षण के लिए अपना योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किए जाते हैं, ताकि हमारे आने वाले पीढ़ियां भी स्वस्थ और सुरक्षित जीवन जी सकें। 66 तक ओजोन का स्तर 1980 के स्तर पर लौटने की उम्मीद है।