पर्यावरण
9 सितंबर विश्व ईवी दिवस: उद्योग का भरोसेमंद इलेक्ट्रिक वाहन परिवेश बनाने पर जोर
9 सितंबर विश्व ईवी दिवस: उद्योग का भरोसेमंद इलेक्ट्रिक वाहन परिवेश बनाने पर जोर
सीएन, नयी दिल्ली। ई.मोबिलिटी के उत्सव को चिह्नित करने के लिए हर साल 9 सितंबर को विश्व ईवी दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर लोगों को इलेक्ट्रिक वाहनों के लाभों के बारे में शिक्षित करने के लिए दुनिया भर में विशेष जागरूकता अभियान आयोजित किए जाते हैं। यह एक सोशल मीडिया अभियान है जो ड्राइवरों को इलेक्ट्रिक वाहनों के लाभों को पहचानने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह ड्राइवरों को यह प्रतिबद्धता बनाने के लिए भी प्रोत्साहित करता है कि वे जो अगली कार चलाएंगे वह इलेक्ट्रिक होगी न कि पारंपरिक ईंधन पर चलने वाली कार। ईईवी समिट दुनिया भर के ई.मोबिलिटी लीडर्स को एक साथ लाता है और इस बात पर विचार.मंथन करता है कि वे विद्युतीकरण और टिकाऊ परिवहन को कैसे आगे बढ़ा सकते हैं। विश्व ईवी दिवस की पहल सस्टेनेबिलिटी मीडिया कंपनी द्वारा बनाई गई थी। विश्व ईवी दिवस का पहला संस्करण 2020 में मनाया गया। चीन दुनिया भर में सबसे बड़ा ईवी बाजार है। चीन के अलावा भारत ऑटोमोटिव कंपनियों के लिए अगले पसंदीदा गंतव्य के रूप में भी उभर रहा है। भारत सरकार ने भी इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को आगे ले जाने के लिए हर संभव मदद देने का वादा किया है। वर्तमान में भारत का ऑटोमोटिव उद्योग दुनिया भर में पांचवां सबसे बड़ा है और 2030 तक तीसरा सबसे बड़ा बनने के लिए तैयार है। भारत पहले से ही इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर शिफ्ट होने के प्रयास कर रहा है। हाल ही में एक प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन और स्वच्छ ऊर्जा कंपनी, टेस्ला ने भारत में प्रवेश करने की घोषणा की। टेस्ला ने बेंगलुरु में अपनी सहायक कंपनी टेस्ला इंडिया मोटर्स एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड को पहले ही गठित कर लिया है। जापान बेस्ड सुजुकी ने भी भारत में अपना पहला ईवी लॉन्च करने की घोषणा की, जबकि टाटा मोटर्स की योजना 2025 तक 10 इलेक्ट्रिक कारों को लॉन्च करने की है। इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनियों के संगठन सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स एसएमईवी ने देश में भरोसेमंद इलेक्ट्रिक वाहन परिवेश तैयार करने की वकालत की है। संगठन का कहना है कि इसके लिए स्थानीय आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करना महत्वपूर्ण है। वर्ष 2019 के बाद से चीन दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहनों का शीर्ष उत्पादक और विक्रेता है। विद्युत वाहन कम प्रदूषण पैदा करते हैं और इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि वे विद्युत वाहनों का उपयोग करना शुरू करें। नॉर्वे में अधिकांश लोग विद्युत वाहनों का उपयोग करते हैं। पिछले वर्षों से एकत्र किए गए डेटा में कहा गया है कि चीन ने कुल 3,519,054 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे हैं जो दुनिया में उत्पादित इलेक्ट्रिक वाहनों का 51.7 प्रतिशत है। वर्ष 2021 में सांख्यिकीय रिपोर्टों के अनुसार चीन ने दुनिया के बाकी देशों द्वारा बेचे गए कुल इलेक्ट्रिक वाहनों की तुलना में अधिक विद्युत वाहन बेचे हैं। यह अनुमान है कि चीन वर्ष 2023 तक 1.3 करोड़ बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों का उत्पादन करेगा। आने वाले कुछ वर्षों में चीन इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन के मामले में दुनिया में अग्रणी बनने के लिए तैयार है।