पर्यावरण
सेंचुरी पेपर मिल के वायु, ध्वनि और जल प्रदूषण से जनता त्रस्त, प्रशासन मस्त
सेंचुरी पेपर मिल के वायु, ध्वनि और जल प्रदूषण से जनता त्रस्त, प्रशासन मस्त
सीएन, लालकुआं। सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल लालकुआं के प्रदूषण से त्रस्त लालकुआं के बाशिंदों ने अब आंदोलन करने का मन बना लिया है और इसको लेकर ठोस रणनीति तैयार की जा रही है। बता दें कि लालकुआं नगर के बीचों.बीच में स्थापित सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल से स्थानीय लोगों में उम्मीद जगी थी कि इस मिल के लगने के बाद यहां रोजगार और कारोबार की समस्या काफी हद तक हल होगी। लेकिन इसके उलट यह मिल क्षेत्र में केवल प्रदूषण फैलाकर लोगों को बीमारियां परोसने में लगी हुई है। अब तक इस पेपर मिल के प्रदूषण की चपेट में आकर लोग गंभीर बीमारियों के शिकार होकर नारकीय जीवन जीने को विवश हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सेंचुरी पेपर मिल लालकुआं के द्वारा क्षेत्र मं फैलाई जा रहे वायु, ध्वनि और जल प्रदूषण की वजह से यहां के लोगों की जिन्दगी नर्क बनकर रह गयी है। वहीं लोगों के स्वास्थ्य के लिए जवाबदेह प्रशासन और प्रदूषण की रोकथाम के लिए जिम्मेदार पर्यावरण विभाग ने इस ओर से आंखें बंद कर रखी हैं। ऐसे में उनसे शिकायत करना खुद से बेमानी ही होगा। स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि सेंचुरी पेपर मिल से साल के तीन सौ पैंसठ दिन और चौबीस घंटे निकलने वाले धुएं और उसके साथ आने वाली कोयले की राख के कण लोगों को सांस और आंखों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिसके कारण क्षेत्र में सांस व नेत्र रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं सेंचुरी मिल से हर वक्त निकलने वाली कर्कश ध्वनि लोगों को बहरा बना रही है। जबकि मिल से निकलने वाले केमिकल युक्त प्रदूषित जल, जहां लोगों को बीमार कर रहा है वहीं क्षेत्र की उपजाऊ जमीन को भी बंजर बना रहा है। इधर सेंचुरी मिल से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र लालकुआं बिन्दुखत्ता और शांतिपुरी सहित आसपास के लोग सेंचुरी मिल के द्वारा क्षेत्र में फैलाए जा रहे प्रदूषण की शिकायत लेकर शासन-प्रशासन से गुहार लगा.लगाकर थक चुके हैं। बावजूद इसके प्रशासन एवं प्रदूषण विभाग जन स्वास्थ्य को लेकर कतई गंभीर नहीं है। हालांकि प्रशासन प्रदूषण को लेकर सेंचुरी पेपर मिल को कई मर्तबा नोटिस जारी कर चुका है। लेकिन आज तक कोई नतीजा सामने नहीं आया है। इधर सेंचुरी पेपर मिल लालकुआं के प्रदूषण को लेकर क्षेत्र के तमाम जनप्रतिनिधि भी समय.समय पर सेंचुरी पेपर मिल प्रदूषण के खिलाफ हुंकार भर चुके हैं लेकिन आज तक क्षेत्र वासियों को प्रदूषण से निजात नहीं दिला पाए हैं। ऐसे में स्थानीय लोगों में मिल प्रदूषण को लेकर खासा आक्रोश पनप रहा है और वे एक लम्बे आंदोलन की बात कह रहे हैं।