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पर्यावरण

आज 30 अगस्त को है अंतर्राष्ट्रीय व्हेल शार्क दिवस 2023: हमारे समुद्र के संरक्षक

आज है अंतर्राष्ट्रीय व्हेल शार्क दिवस 2023: हमारे समुद्र के संरक्षक
सीएन, नैनीताल।
अंतर्राष्ट्रीय व्हेल शार्क दिवस हर साल 30 अगस्त को मनाया जाता है। व्‍हेल शार्क के महत्‍व और इसके संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए अंतर्राष्‍ट्रीय व्‍हेल शार्क दिवस मनाया जाता है। भारतीय वन्‍य जीव न्‍यास व्‍हेल शार्क बचाव अभियान शुरू करने जा रहा है। यह अभियान कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप में चलाया जाएगा। व्‍हेल शार्क के महत्‍व और इसके संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। इस अभियान का उद्देश्‍य मछुआरोंए ग्रामीणजनों और विद्यार्थियों में व्‍हेल शार्क के संरक्षण के लिए जागरूकता बढ़ाना है। इसके अतिरिक्‍त व्‍हेल शार्क के संरक्षण के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए मोबाइल एप्लिकेशन भी विकसित की गई है। मैक्सिको के इस्‍ला होलबॉक्‍स द्वीप में अंतर्राष्‍ट्रीय व्‍हेल शार्क सम्‍मेलन में 2008 से प्रत्‍येक वर्ष यह दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी।
हेल धरती पर शार्क की सबसे बडी प्रजाति
व्‍हेल धरती पर शार्क की सबसे बडी प्रजाति है। इसकी लम्‍बाई 60 फीट तक हो जाती है। यह मछली सुस्‍त और शांत स्‍वभाव की होती है। आमतौर पर यह उथले पानी में तैरना पसंद करती है। इसलिए यह मछुआरों का आसानी से शिकार बनती है। मांस बाजार के कारण व्‍हेल शार्क की संख्‍या लगभग पचास प्रतिशत कम हो गई है जिसके कारण यह विलुप्‍त होने की कगार पर पहुंच रही है। पृथ्वी पर सबसे बड़ी मछली है और समुद्री पारिस्थितिक तंत्र में कीस्टोन प्रजाति है। इसकी अधिकतम लंबाई लगभग 18 मीटर और वज़न 21 टन तक हो सकता है। ये ओवोविविपेरस होती हैं, जिसका अर्थ है कि ये अंडे देने के बजाय बच्चों को जन्म देती हैं जो लगभग 10 वर्ष की उम्र में परिपक्वता स्थिति में पहुँचते हैं। व्हेल शार्क विश्व के सभी उष्णकटिबंधीय महासागरों में पाई जाती हैं, जो मछली, स्क्विड और अन्य छोटे जीवों को खाती हैं। व्हेल शार्क भारतीय तट पर समग्र रूप में पाई जाती है। हालाँकि इन प्रजातियों की सबसे बड़ी संख्या गुजरात के तट पर देखी जा सकती है। अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ के समर्थन से वर्ष 2012.13 के दौरान पश्चिमी तट,गुजरात को छोड़कर, पर एक सर्वेक्षण किया और पाया कि व्हेल शार्क की सबसे अधिक संख्या ;गुजरात तट के बाद लक्षद्वीप समुद्री तटों के पास देखी गई। 

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