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स्वास्थ्य

9 साल बाद फिर लौटी खतरनाक बीमारी, एक की मौत, मेडिकल जगत में सनसनी  

9 साल बाद फिर लौटी खतरनाक बीमारी, एक की मौत, मेडिकल जगत में सनसनी  
सीएन, नईदिल्ली।
कभी 9 साल पहले चूहे से खतरनाक बीमारी फैली थी, जिसने काफी परेशानी बढ़ा दी थी। अब फिर उसी बीमारी ने 2024 में दस्तक दे दी है और जिसमें एक बुजुर्ग की जान चली गई है। आखिर इस बीमारी में अब ऐसा क्या नया आया है कि मेडिकल जगत में सनसनी फैला दी है। हाल ही में अमेरिका के अलास्का के केनाई में हाल ही में एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत ने अलास्का पॉक्स नामक अज्ञात वायरस पर सबका ध्यान आया है। इसकी खोज 2015 में इसकी खोज के बाद से वायरस के कारण होने वाली पहली दर्ज मौत हैए जिससे इस बीमारी के बारे में चिंताएं बढ़ गई हैं। अलास्का पॉक्स ऑर्थोडॉक्स वायरस के कारण होता है, ईंट के आकार के वायरस का एक परिवार जो जानवरों और मनुष्यों दोनों को संक्रमित कर सकता है जिससे स्किन पर घाव या चेचक हो सकता है। इस वायरस की पहचान सबसे पहले अलास्का के फेयरबैंक्स के पास रहने वाली एक महिला में हुई थी और तब से इसे मुख्य रूप से लाल पीठ वाले वोल्ट और छछूंदर जैसे छोटे मैमल में पाया गया है। हालांकि कुत्ते और बिल्लियां जैसे घरेलू पालतू जानवर भी वायरस के शिकार हो सकते हैं। अलास्का पॉक्स के लक्षणों में स्किन पर एक या अधिक उभार या फुंसियों का होना, साथ में जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द और लिम्फ नोड्स में सूजन शामिल है। जबकि पिछले नौ सालों में अलास्का में सात मामलों में से ज्यादातर में हल्की बीमारियां थी जो बिना किसी उपचार के ठीक हो गईं वायरस कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए ज्यादा खतरा पैदा करता है।ऐसा माना जाता है कि अलास्का पॉक्स का ट्रांसमिशन संक्रमित जानवरों के सीधे संपर्क से होता है। इसके कुछ ऑर्थो पॉक्स वायरस रिश्तेदारों के उलट अलास्का पॉक्स के एक से दूसरे में फैलने का कोई कारण नहीं है। हालांकि यह साफ नहीं है कि अलास्का पॉक्स कैसे फैलता है रिसर्चरों का कहना है कि यह ज़ूनोटिक हो सकता है जिसका मतलब है कि यह जानवरों से मनुष्यों में फैल सकता है। फिर भी अलास्का पॉक्स घाव वाले किसी भी व्यक्ति के ट्रांसमिशन के जोखिम को कम करने के लिए इसे एक पट्टी से कवर कर देना चाहिए। नए मामले में जिस व्यक्ति की वायरस से मौत हुई उसका कैंसर का इलाज चल रहा था जिसकी दवा के कारण उसकी इम्यूनिटी प्रभावित हो गई थी। पहली बार सितंबर में अपनी राइट आर्मपीट के नीचे एक लाल घाव देखा और लगातार थकान और जलन के दर्द के कारण इलाज किया गया। नवंबर में अस्पताल में भर्ती होने के बावजूद अगले महीने उनका निधन हो गया। विशेष रूप सेए वह व्यक्ति एक सुनसान जंगली इलाके में रहता था। हालांकि उसे छोटे जानवरों का शिकार करने के लिए जानी जाने वाली एक बिल्ली से खरोंचें आई थीं एक खरोंच उसकी बगल में घाव वाली जगह के पास पाई गई थी।

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