स्वास्थ्य
1-7 सितंबर तक मनाया जाता है राष्ट्रीय पोषण सप्ताह : सभी के लिए पौष्टिक आहार
1-7 सितंबर तक मनाया जाता है राष्ट्रीय पोषण सप्ताह : सभी के लिए पौष्टिक आहार
सीएन, नैनीताल। हर साल भारत में 1 से 7 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषण सप्ताह मनाया जाता है। इस सप्ताह को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को बेहतर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और पौष्टिक आहार का जीवन में क्या महत्व है इसके बारे में जानकारी देना है। दरअसल भारत जैसे विकासशील देश में आज भी लोगों को खाना तो खा रहे हैं लेकिन खाने में कौन पोषक तत्व कितनी मात्रा में होना चाहिए इसकी जानकारी का अभाव है। राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के अंतर्गत आम लोगों को पौष्टिक आहार के बारे में जागरूक किया जाता है ताकि शरीर में पोषण की पूर्ति को बढ़ावा दिया जा सके और बीमारियों का खतरा कम किया जा सके। हर साल सितंबर के पहले सप्ताह में एक विशेष थीम पर राष्ट्रीय पोषण सप्ताह का आयोजन किया जाता है। इस खास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं राष्ट्रीय पोषण सप्ताह का इतिहास और थीम के बारे में। राष्ट्रीय पोषण सप्ताह की शुरुआत मार्च 1973 में हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका में अमेरिकन डायटेटिक्स एसोसिएशन अब एकेडमी ऑफ न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स ने पोषण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय पोषण सप्ताह की शुरुआत की थी। इस अभियान का उद्देश्य लोगों को संतुलित आहार के लाभों और खराब पोषण के जोखिमों के प्रति लोगों को जागरूक करना था। लेकिन धीरे.धीरे राष्ट्रीय पोषण सप्ताह एक सप्ताह की बजाय महीने भर मनाया जाने लगा। हालांकि भारत में राष्ट्रीय पोषण सप्ताह मनाने की शुरुआत 1982 में हुई। दरअसल 1982 में भारत में कुपोषण के मामले काफी ज्यादा हो गए थे। कुपोषण के प्रति लोगों को जागरूक करने, कुपोषण से निपटने और संतुलित आहार को बढ़ावा देने के लिए भारत में राष्ट्रीय पोषण सप्ताह मनाने की शुरुआत की गई। 1982 से लेकर अब तक हर साल 1 से 7 सितंबर के बीच राष्ट्रीय पोषण सप्ताह मनाया जाता है। राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के मौके पर देशभर में भारत सरकार द्वारा कई तरह के सिवा हेल्थ कैंप और वेबिनार का आयोजन किया जाता है। 1982 के बाद हर साल स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा एक खास थीम पर राष्ट्रीय पोषण सप्ताह को मनाया जाता है। इस साल राष्ट्रीय पोषण सप्ताह की थीम सभी के लिए पौष्टिक आहार है। इस थीम का मुख्य मकसद लोगों को पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने वाले संतुलित और विविध आहार को बढ़ावा देने पर केंद्रित कराना है।