राष्ट्रीय
प्रधानमंत्री मोदी ने मैसूर में 15 हजार लोगों के साथ किया योग
योग हमारी प्राचीन भारतीय विरासत का एक हिस्सा : राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद
सीएन, नई दिल्ली। कर्नाटक दौरे के अपने अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर मैसूर के पैलेस मैदान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए. करीब 15000 लोगों ने इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के साथ योग अभ्यास किया. योग शुरू करने से पहले कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने देश और दुनिया को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई दी. उन्होंने कहा कि योग की यह अनादि यात्रा अनंत भविष्य की दिशा में ऐसे ही चलती रहेगी. हम सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया के भाव के साथ एक स्वस्थ और शांतिपूर्ण विश्व को योग के माध्यम से भी गति देंगे. प्रधानमंत्री ने कहा, यह पूरा ब्रह्मांड हमारे अपने शरीर और आत्मा से शुरू होता है. ब्रह्मांड हम से शुरू होता है. और, योग हमें अपने भीतर की हर चीज के प्रति जागरूक बनाता है और जागरूकता की भावना का निर्माण करता है. योग हमारे लिए शांति लाता है. योग से शांति केवल व्यक्तियों के लिए नहीं है. योग हमारे समाज में शांति लाता है. योग हमारे राष्ट्रों और विश्व में शांति लाता है और, योग हमारे ब्रह्मांड में शांति लाता है. बता दें कि पीएम मोदी ने ही 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद साल में एक दिन योग के नाम करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के सामने ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ घोषित करने का प्रस्ताव रखा था, जिसे स्वीकार कर लिया गया और 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता मिली. पहला इंटरनेशनल योगा डे, 21 जून 2015 को मनाया गया था। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 के मौके पर राष्ट्रपति भवन में योगाभ्यास किया. उन्होंने कहा, ‘योग हमारी प्राचीन भारतीय विरासत का एक हिस्सा है. मानवता के लिए भारत का उपहार, यह स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण है, हमारे मन, शरीर और आत्मा को संतुलित करता है।