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बजट: सरकार ने महिलाओं, करदाताओं और मध्यम वर्ग को बजट में बड़ी राहत दी
बजट: सरकार ने महिलाओं, करदाताओं और मध्यम वर्ग को बजट में बड़ी राहत दी
सीएन, नईदिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज गुरुवार को अंतरिम बजट पेश किया। चुनावी साल होने की वजह से अंतरिम बजट पेश किया गया और इस बजट में बड़े ऐलानों की उम्मीद कम थीए लेकिन इसके बावजूद सरकार ने महिलाओं करदाताओं और मध्यम वर्ग को बजट में बड़ी राहत दी है। सरकार किराए के मकानों या झुग्गी.झोपड़ी या चाल और अनधिकृत कालोनियों में रहने वाले मध्यम वर्ग के पात्र लोगों को अपने स्वयं के मकान खरीदने या बनाने में सहायता करने के लिए योजना शुरू करेगी। पीएम आवास योजना, ग्रामीण योजना इस योजना के तहत सरकार ने तीन करोड़ आवास बनाने का एलान किया है। इनमें से दो करोड़ आवास अगले पांच वर्षों में बनाए जाएंगे। इस तरह सरकार ने देश की ग्रामीण जनता को बड़ा तोहफा दिया है। पीएम आवास योजना के तहत आवंटित राशि 79. 590 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 80.671 करोड़ रुपये की गई है। सरकार ने बजट में रूफटॉप सौर ऊर्जा योजना का ऐलान किया है। इसके तहत एक करोड़ घरों को 300 यूनिट की मुफ्त बिजली हर महीने सौर ऊर्जा के जरिए मिल पाएगी। 15.18 हजार रुपये की बचत होगी। साथ ही ई.व्हीकल की चार्जिंग के लिए बड़े पैमाने पर चार्जिंग स्टेशन बनेंगे। इससे वेंडरों को काम मिलेगा। महिलाओं को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने के लिए 83 लाख स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी नौ करोड़ महिलाओं में से तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। अभी तक इन स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं में से एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने में सफलता मिल चुकी है। 30 करोड़ महिला उद्यमियों को मुद्रा योजना लोन दिए गए हैं। उच्च शिक्षा में महिलाओं के एडमिशन लेने में बीते 10 सालों में 28 प्रतिशत का उछाल आया है। सरकार सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए 9 से 14 वर्ष की उम्र की बालिकाओं का टीकाकरण कराएगी। मातृ एवं शिशु को बेहतर पोषण उपलब्ध कराने के लिए सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2 के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों के उन्नयन में तेजी लाई जाएगी। आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी आयुष्मान भारत योजना के तहत अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलेगी। वर्षों से लंबित बकाया प्रत्यक्ष कर मांगों को वापस लेने का फैसला किया गया है। वर्ष 1962 जितने पुराने करों से जुड़े विवादित मामले चले आ रहे हैं। वर्ष 2009.10 तक लंबित रहे प्रत्यक्ष कर मांगों से जुड़े 25 हजार रुपये तक के विवादित मामलों को वापस लिया जाएगा। इसी तरह 2010.11 से 2014.15 के बीच लंबित रहे प्रत्यक्ष कर मांगों से जुड़े 10 हजार रुपये तक के मामलों को वापस लिया जाएगा। सरकार के इस फैसले से कम से कम एक करोड़ करदाताओं को फायदा होगा। कर रोए आयात दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वित्त मंत्री ने बताया कि नए फॉर्म 26 एएस से टैक्स फाइल करना आसान हुआ है। 2013.14 में 93 दिनों के बजाय अब सिर्फ 10 दिन में रिफंड मिल रहा है। वित्तीय वर्ष 2024.25 में उधार से इतर कुल प्राप्तियां 30. 80 लाख करोड़ रुपये है और कुल व्यय 47. 66 लाख करोड़ रुपये है। टैक्स से सरकार को 26 लाख करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है।