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फ्यूचर गेमिंग पीआर कंपनी ने ही सबसे ज्यादा 1,368 करोड़ का डोनेशन दिया
फ्यूचर गेमिंग पीआर कंपनी ने ही सबसे ज्यादा 1,368 करोड़ का डोनेशन दिया
सीएन, नईदिल्ली। चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ा डेटा सार्वजानिक कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था जिसके बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ये आंकड़े 12 मार्च को मुहैया कराए थे। इलेक्टोरल बॉन्ड डेटा चुनाव आयोग ने 14 मार्च को जारी किया था। चुनाव आयोग की ओर से मुहैया कराई गई लिस्ट से यह बात पता चला कि फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज पीआर कंपनी ने ही राजनीतिक दलों को सबसे ज्यादा डोनेशन दिया था। सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार कोयंबटूर की कंपनी फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने चुनावी बांड के जरिए राजनीतिक दलों को 1,368 करोड़ का दान दिया है। लिस्ट में पता चला है कि 1300 कंपनियों ने पांच वर्षों में 12,000 करोड़ से अधिक के चुनावी बांड खरीदे और फ्यूचर गेमिंग 1,000 करोड़ का आंकड़ा पार करने वाली एकमात्र कंपनी है। फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज की स्थापना साल 1991 में भारत के लॉटरी किंग माने जाने वाले सैंटियागो मार्टिन ने की थी। कंपनी की स्थापना तमिलनाडु में हुई थी, लेकिन राज्य में लॉटरी पर बैन के बाद सैंटियागो मार्टिन ने अपना अधिकांश व्यवसाय केरल और कर्नाटक में ट्रांसफर कर लिया। फ्यूचर गेमिंग देश के 13 राज्यों में अपना कारोबार करती है, जहां लॉटरी अभी भी वैध है। ये राज्य अरुणाचल प्रदेश, असम, गोवा, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पंजाब, सिक्किम और पश्चिम बंगाल हैं। कंपनी डियर लॉटरी की एकमात्र वितरक है। फ्यूचर गेमिंग दक्षिण भारत में मार्टिन कर्नाटक और पूर्वोत्तर में मार्टिन सिक्किम लॉटरी के जरिए कारोबार करती है। इसके संस्थापक सैंटियागो मार्टिन ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ लॉटरी ट्रेड एंड अलाइड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष हैं। उनकी कंपनी फ्यूचर गेमिंग में 1,000 से ज्यादा कर्मचारी अपनी सेवाएं देते हैं। भारत की यह सबसे बड़ी लॉटरी कंपनी होने के बाद भी ये हमेशा प्रवर्तन निदेशालय ईडी की रडार पर रही है। आरोप है कि यह कंपनी अवैध रूप से लॉटरी टिकटों की बिक्री करती है। इससे होने वाली कमाई को कंपनी गिफ्ट और इंसेंटिव पर खर्च करती है। ईडी ने अपनी जांच में कहा कि फ्यूचर गेमिंग ने 2014 और 2017 के बीच अवैध रूप से करीब 400 करोड़ रुपये जुटाए थे। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक केस में तमिलनाडु के सैंटियागो मार्टिन के दामाद से जुड़े परिसरों में तलाशी ली थी।
कहानी उस मजदूर की जो बना लॉटरी किंग
सैंटियागो मार्टिन की 409,92 करोड़ की संपत्ति को 2 अप्रैल 2022 को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के केस में अटैच किया था। पांच दिन बाद ही 7 अप्रैल 2022 को कंपनी ने 100 करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे। फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज को सैंटियागो मार्टिन नाम का एक शख्स चलाता है। मार्टिन को लॉटरी किंग के नाम से जाना जाता है। दरअसल मई 2023 में मार्टिन की 457 करोड़ की संपत्ति को प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने अटैच किया था। मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा था। ये मामला एक आरोप पत्र से उजागर हुआ था। इस आरोप पत्र के मुताबिक सैंटियागो मार्टिन फ्यूचर गेमिंग सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी चलाता है। आरोप पत्र में लिखा था कि वर्तमान में इस कंपनी का नाम है-फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और पहले इस कंपनी का नाम था. मार्टिन लॉटरी एजेंसीज लिमिटेड। यहां इतना तो पता चल गया कि ये कंपनी सैंटियागो मार्टिन ही चलाता है। मार्टिन फाउंडेशन के अनुसार सैंटियागो मार्टिन म्यांमार के यांगून में एक मजदूर था। 1988 में वो भारत लौटा और तमिलनाडु में अपना लॉटरी का बिजनेस शुरू किया। बाद में उसने इसका विस्तार केरल और कर्नाटक में किया। पूर्वोत्तर में मार्टिन ने लॉटरी के सरकारी प्रोजेक्ट्स को संभाला। इसके बाद उसने भूटान और नेपाल में भी संस्थाएं शुरू की और अपना बिजनेस विदेशों तक फैलाया। फाउंडेशन की वेबसाइट के मुताबिक उसने मैन्यूफैक्चर, रियल एस्टेट, कपड़ा और हॉस्पिटैलिटी सहित कई अन्य व्यवसायों में हाथ आजमाया। मार्टिन का बिजनेस लॉटरी तक सीमित नहीं रहा। उसका बिजनेस कोयंबटूर के पास मार्टिन होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से लेकर एक चैनल तक फैला है। इसके अलावा एमएंडसी प्रॉपर्टी डेवलपमेंट, मार्टिन नन्थावनम अपार्टमेंट और लीमा रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड भी मार्टिन ही चलाता है। 2011 में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थे-एम करुणानिधि, उन्होंने एक फिल्म लिखी इलाइगनन ये उनका 75 वां स्क्रीनप्ले था जो मैक्सिम गोर्की की द मदर पर आधारित था। इस फिल्म के प्रोड्यूस थे. सैंटियागो मार्टिनं। मार्टिन ने फिल्म में 20 करोड़ रुपए लगाए।