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आज सुबह लग गया हाइब्रिड सूर्य ग्रहण, ग्रहण प्रारंभ और समापन समय

आज सुबह लग गया हाइब्रिड सूर्य ग्रहण, ग्रहण प्रारंभ और समापन समय
सीएन, नईदिल्ली।
साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण कल 20 अप्रैल दिन गुरुवार को लग रहा ह। इसे हाइब्रिड सूर्य ग्रहण कहा जा रहा है क्योंकि यह पूर्ण सूर्य ग्रहण, आंशिक सूर्य ग्रहण और वलयाकार सूर्य ग्रहण के बीच की अवस्था होगी। हाइब्रिड सूर्य ग्रहण 100 साल में एक बार होता है। इस सूर्य ग्रहण का नाम ‘निंगालू’ रखा गया है। इस साल दो सूर्य ग्रहण लगने वाले हैं, पहला सूर्य ग्रहण आज और दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगेगा। पहला सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार, सुबह 07 बजकर 04 मिनट से प्रारंभ होगा और इस सूर्य ग्रहण का समापन दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर होगा। सूर्य ग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी और सूर्य के बीच में चंद्रमा आ जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राहु और केतु सूर्य का ग्रास करने आते हैं तो सूर्य ग्रहण लगता है। हाइब्रिड सूर्य ग्रहण तब होता है, जब चंद्रमा की छाया धरती को पार करके आगे निकल जाती है। उस दौरान कुछ सेकेंड के लिए सूर्य एक वलय के समान दिखाई देता हालांकि, यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा और न ही भारत में रहने वाले लोगों पर इसका कोई प्रभाव पड़ेगा. यह सूर्य ग्रहण कंबोडिया, चीन, अमेरिका, माइक्रोनेशिया, मलेशिया, फिजी, जापान, समोआ, सोलोमन, बरूनी, सिंगापुर, थाईलैंड, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, वियतनाम, ताइवान, पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण हिंद महासागर और दक्षिण प्रशांत महासागर जैसी जगहों पर दृश्यमान होगा। ये सूर्य ग्रहण सुबह 7 बजकर 4 मिनट से प्रारंभ होगा और दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। ज्योतिष के अनुसार, सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है। लेकिन जहां सूर्य ग्रहण नहीं लगता है वहां इसका महत्व नहीं होता है। भारत में भी इसका कोई महत्व तो नहीं है, लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर नियमों का पालन कर सकते हैं। ग्रहण के समय में सूतक काल क्या होता है? सूतक काल में किन कार्यों को करना वर्जित है? वैज्ञानिकों के मुताबिक जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से होकर गुजरता तभी सूर्य ग्रहण होता है। सूर्य ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं। इसमें पूर्ण सूर्य ग्रहण, आंशिक सूर्य ग्रहण और वलयाकार सूर्य ग्रहण होता है। साल 2023 में कुल चार ग्रहण पड़ेंगे, जिनमें दो चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण शामिल हैं। दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर, 2023 को होगा। इसके अलावा चंद्र ग्रहण की बात करें तो दो चंद्र ग्रहण 5-6 मई और 28-29 अक्टूबर को होंगे। सूर्य ग्रहणों को देखते समय सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है क्योंकि वे आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसकी वजह से अंधापन तक हो सकता है। सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण को जो लोग देखना चाहते हैं वे स्पेशल आई गियर या टेलीस्कोप आदि की मदद ले सकते हैं।

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