राष्ट्रीय
जस्टिस धनंजय वाई चंद्रचूड़ ने 50 वें चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ली
जस्टिस धनंजय वाई चंद्रचूड़ ने 50 वें चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ली
सीएन, नईदिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम न्यायाधीश न्यायमूर्ति धनंजय वाई चंद्रचूड़ ने बुधवार को भारत के चीफ जस्टिस पद की शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में देश के 50 वें सीजेआई न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ को पद की शपथ दिलाई। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ कई संविधान पीठ और ऐतिहासिक फैसले देने वाली उच्चतम न्यायालय की पीठों का हिस्सा रहे हैं। इनमें अयोध्या भूमि विवाद, आईपीसी की धारा 377 के तहत समलैंगिक संबंधों को अपराध की श्रेणी से बाहर करने, आधार योजना की वैधता से जुड़े मामले शामिल हैं। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 तक दो साल के लिए इस पद पर रहेंगे। उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश 65 साल की उम्र में अवकाशग्रहण करते हैं।11 अक्टूबर को न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित उन्हें अपना उत्तराधिकारी बनाए जाने की सिफारिश की थी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें 17 अक्टूबर को अगला सीजेआई नियुक्त किया था। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ के पिता लगभग सात साल और चार महीने तक प्रधान न्यायाधीश रहे थे, जो शीर्ष अदालत के इतिहास में किसी सीजेआई का सबसे लंबा कार्यकाल रहा है। धनंजय वाई चंद्रचूड़ इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और बॉम्बे उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश रह चुके हैं। इनका जन्म 11 नवंबर 1959 को हुआ था। उन्हें 1998 में बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था। उन्होंने 1998 से 2000 तक भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के रूप में कार्य किया। एक वकील के रूप में, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ के सबसे महत्वपूर्ण मामलों में संवैधानिक और प्रशासनिक कानून, एचआईवी श्रमिकों के अधिकार, धार्मिक और भाषाई अल्पसंख्यक अधिकार और श्रम और औद्योगिक कानून शामिल हैं। 29 मार्च 2000 को, उन्हें बॉम्बे हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने 31 अक्टूबर 2013 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली से स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में विधि संकाय से कानून (एलएलबी) की पढ़ाई की। उन्होंने हार्वर्ड लॉ स्कूल से मास्टर ऑफ लॉ (एलएलएम) की डिग्री और डॉक्टर ऑफ ज्यूरिडिकल साइंस (एसजेडी) की डिग्री प्राप्त की। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को 13 मई, 2016 को सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नत किया गया था। इससे पहले, उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया था। दिलचस्प बात है कि डीवाई चंद्रचूड़ पिछले 10 साल के सबसे कम उम्र के सीजेआई भी होंगे।