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पारसी थे रतन टाटा हिंदू तरीके से क्यों हो रहा अंतिम संस्कार, इलेक्ट्रिक अग्निदाह में रखा जाएगा

पारसी थे रतन टाटा हिंदू तरीके से क्यों हो रहा अंतिम संस्कार, इलेक्ट्रिक अग्निदाह में रखा जाएगा
सीएन, मुंबई।
दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। रतन टाटा का अंतिम संस्कार मुंबई के वर्ली में किया जाएगा। उनके अंतिम दर्शन के लिए राजनीतिक नेताओं के साथ कई बॉलीवुड अभिनेता और देश के नामी व्यापारी भी पहुंचेंगे। टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा पारसी समुदाय से ताल्लुक रखते थे।  इस हिसाब से उनका अंतिम संस्कार पारसी समुदाय के रीति.रिवाज से होने चाहिए। लेकिन खबर ये है कि उनका अंतिम संस्कार पारसी समुदाय के नियम के अनुसार नहीं बल्कि हिंदु धर्म के अनुसार किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर को शाम 4 बजे मुंबई के वर्ली स्थित इलेक्ट्रिक अग्निदाह में रखा जाएगा। पारसी समुदाय में अंतिम संस्कार नियम की बात करें ये बहुत अनोखा होता है। इस धर्म में मौत के बाद शव को पारंपरिक कब्रिस्तान जिसे टावर ऑफ साइलेंस या दखमा कहते हैं, वहां खुले में गिद्धों को खाने के लिए छोड़ दिया जाता है। अब भारत के आसमान में यह पक्षी लगभग गायब हो चुका है। कभी कभार एक गिद्ध आसमान में उड़ता हुआ नजर आता है इसलिए अब पारसियों के लिए अब इस परंपरा का पालन करना मुश्किल हो रहा है। इसी वजह से अब भारत में रह रहे कई परिवार अपने मृतक परिजनों के शवों को हिंदुओं के श्मशान घाट या विद्युत शवदाह गृह में ले जाने लगे हैं।
 रतन टाटा को याद कर भावुक हुए पीयूष गोयल
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल रतन टाटा के साथ अपनी यादें ताजा करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा, मुझे याद है कि जब वे एक बार मुंबई में नाश्ते के लिए घर आए थे, तो हमने केवल एक साधारण इडली, सांभर, डोसा परोसा था लेकिन उन्होंने बहुत सराहना की। उनके पास दुनिया के सबसे बेहतरीन रसोइये होंगे लेकिन उन्होंने उस साधारण नाश्ते की बहुत सराहना की। वे नाश्ता परोसने वाले के प्रति बहुत दयालु थे और जब वे घर से जा रहे थे, तो उन्होंने बहुत ही खूबसूरत दो घंटे बिताने के बाद मेरी पत्नी से बहुत प्यार से पूछा क्या आप मेरे साथ एक तस्वीर लेना चाहेंगी। हम वास्तव में ऐसा करना चाहते थे लेकिन पूछने में शर्म आ रही थी। उन्होंने हमें यह पेशकश की और यही छोटे-छोटे विचारशील चीज़ें हैं जो उस व्यक्ति को रतन टाटा बनाती हैं जिन्हें 140 करोड़ भारतीय और पूरी दुनिया प्यार करती है।

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